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बेमेतरा

डेंगू के शिकार मरीज आखिर क्यों नहीं जा रहे जिला अस्पताल

बेमेतरा जिले में डेंगू के नए मरीजों के मिलने का सिलसिला बरकरार है। बीते एक सप्ताह के दौरान डेंगू के चार नए मरीज मिले हैं।

बेमेतराSep 06, 2018 / 11:41 pm

Rajkumar Bhatt

dengue probable patient

डेंगू के शिकार मरीज आखिर क्यों नहीं जा रहे जिला अस्पताल

बेमेतरा. जिले में डेंगू का दंश कम होते नजर नहीं आ रहा है। सप्ताह भर पूर्व जिले के 12 लोगों को डेंगू होने की पुुष्टि हुई थी, जो अब बढ़कर 18 तक पहुंच गई है। सप्ताह भर के दौरान जिला अस्पताल में भी उपचार के लिए पहुंचे डेंगू पीडि़तों की संख्या भी बढ़ी है, लेकिन डेंगू मरीजों के लिए रखे गए बेड की संख्या कम कर दी गई है।
सप्ताहभर में पहुंचे डेंगू के चार मरीज

जिला अस्पताल में 29 अगस्त से लेकर अब तक 4 लोग डेंगू के लक्षण को देखकर पहुंचे हैं, जिनमें से दो मरीजों को डेंगू होने की पुष्टि सीरम जांच से हो चुकी है। इसके अलावा ग्राम सोनपुरी के 28 वर्षीय युवक व ग्राम बाबा मोहतरा की 30 वर्षीय महिला के ब्लड के रेपिड जांच भी पॉजीटिव आया है, जिसे सेंपल जांच के लिए मेकाहारा, रायपुर भेजा गया है। जिले के मरीजों का जिले के बाहर भी इलाज चल रहा है, जिसमें नवागढ़ निवासी 23 वर्र्षीय युवक का उपचार भाटापारा के निजी हास्पिटल में तो ग्राम बोरिया निवासी 30 वर्षीय महिला को रायपुर के एमएमआई अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया है।
बढ़ाने की बजाए घटा दिए बेड

डेंगू के बढ़ते प्रकोप के बीच जिला प्रशासन के निर्देश पर जिला अस्पताल के महिला और पुरुष वार्ड में डेंगू के संभावित मरीजों के उपचार के लिए दो – दो बेड की व्यवस्था की गई थी, जिसे अब कम करते हुए पुरुष वार्ड में एक बेड कर दिया गया है। वहीं बीते 4 दिनों के दौरान जिला अस्पताल में डेंगू के चार सेम्पल पॉजीटिव पाए गए हैं, जिसमें से एक भी मरीज को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती नहीं किया गया है।
गौरी के परिजनों ने मांगी शासन से मदद

जिले में डेंगू की शिकार हुई गौरी वर्मा के परिजनो ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए इलाज में आए व्यय को देखते हुए शासन से आर्थिक मदद की मांग की है। गौरतलब हो कि बीते 22 अगस्त को रायपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दैारान गौरी वर्मा की मौत हुई थी। इलाज में करीब 3 लाख का खर्च हुआ था, जिसे परिजनों ने कर्ज लिया है। गौरी के भाई सुरेन्द्र वर्मा ने कहा कि शासन के डेंगू मरीजों को अस्पतालों में नि:शुल्क उपचार के निर्देश के बाद भी उनसे इलाज का पूरा खर्च लिया गया है, जिसे देखते हुए वे शासन-प्रशासन से मदद की उम्मीद लगाए हुए है।

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