एक परिसर शाला आदेश का विरोध
सारनी. स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एक परिसर शाला आदेश जारी किए हैं। जिसका प्रदेशभर में विरोध शुरू हो गया है। समग्र शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री नारायण सिंह नगदे ने कहा कि प्रदेश सरकार प्राथमिक, माध्यमिक और हाई स्कूल प्रभारियों के पद समाप्त करना चाह रही है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए एक परिसर शाला आदेश जारी किया है। आदेश के अनुसार कक्षा 1 से कक्षा 12 तक नजदीकि शाला को एक ही परिसर शाला बनाना है। समग्र शिक्षक संघ द्वारा 13 बिन्दुओं पर शिक्षा विभाग को अवगत कराया है। जिसमें स्पष्ट किया है कि आदेश पर अमल करने से शिक्षा की गुणवत्ता, छात्रों की सुविधा और सुरक्षा की समस्या सामने आएगी। साथ ही प्रदेश भर में करीब 5 हजार प्रधान पाठकों के पद समाप्त हो जाएंगे। आदेश निरस्त नहीं करने की दशा में शिक्षकों व अध्यापकों द्वारा संयुक्त मोर्चा बनाकर कलेक्टर, डीईओ को ज्ञापन सौंपने की रूपरेखा तैयार करेंगे।
सारनी. स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एक परिसर शाला आदेश जारी किए हैं। जिसका प्रदेशभर में विरोध शुरू हो गया है। समग्र शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री नारायण सिंह नगदे ने कहा कि प्रदेश सरकार प्राथमिक, माध्यमिक और हाई स्कूल प्रभारियों के पद समाप्त करना चाह रही है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए एक परिसर शाला आदेश जारी किया है। आदेश के अनुसार कक्षा 1 से कक्षा 12 तक नजदीकि शाला को एक ही परिसर शाला बनाना है। समग्र शिक्षक संघ द्वारा 13 बिन्दुओं पर शिक्षा विभाग को अवगत कराया है। जिसमें स्पष्ट किया है कि आदेश पर अमल करने से शिक्षा की गुणवत्ता, छात्रों की सुविधा और सुरक्षा की समस्या सामने आएगी। साथ ही प्रदेश भर में करीब 5 हजार प्रधान पाठकों के पद समाप्त हो जाएंगे। आदेश निरस्त नहीं करने की दशा में शिक्षकों व अध्यापकों द्वारा संयुक्त मोर्चा बनाकर कलेक्टर, डीईओ को ज्ञापन सौंपने की रूपरेखा तैयार करेंगे।