नगरपालिका सीएमओ ने राजस्व विभाग में कार्यरत आरआई, एआरआई, आरएसआई को प्रतिमाह एक से डेढ़ लाख रुपए वसूली का टारगेट दिया है। इससे कम वसूली होने पर वेतन रोकने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। जो स्थिति है उसमें राजस्व विभाग के कर्मचारी टारगेट के अनुरूप वसूली नहीं कर पा रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि यह समय वसूली का नहीं है जनवरी से वसूली का क्रम शुरू होता है। पिछले साल भी हमनें लक्ष्य के अनुरू प वसूली कर ली थी लेकिन अब वसूली को लेकर जबरन दबाव बनाया जाकर वेतन रोका जा रहा है। जबकि सीएमओ का कहना है कि पेडिंग वसूली लाखों में हैं जिसे कर्मचारी वसूलना नहीं चाहते हैं और बहानेबाजी करते हैं। वसूली को लेकर अब ऐसा नहीं चलेगा।सभी को टारगेट के अनुरूप काम करके दिखाना होगा।
नगरपालिका सीएमओ ने राजस्व विभाग के कर्मचारियों को वसूली के लिए डोर-टू-डोर अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि लाखों में जो बकाया राशि चली आ रही है उसकी शतप्रतिशत वसूली की जाए। अभियान के तहत घर-घर जाकर वसूली के लिए लोगों से संपर्क किया जाए। यदि वसूली नहीं देते हैं तो सख्ती से वसूलने की कार्रवाई की जाए। बताया गया कि शहरवासियों पर जलशुल्क का ही १ करोड़ ६८ लाख ३९ हजार ८३३ रुपए बकाया है, लेकिन नगरपालिका का राजस्व अमला महज ११.१० प्रतिशत की जलकर वसूल कर पाया है। जबकि पेयजल व्यवस्था के संचालन पर नगरपालिका को प्रतिमाह एक करोड़ से अधिक खर्च करना पड़ रहा है। इसमें ४५ लाख रुपए तो बिजली बिल खर्च हो रहा है। ऐसे में यदि वसूली का ग्राफ अभी से बढ़ाया नहीं जाता है तो व्यवस्थाएं फेल होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
कर का नाम कुल मांग वसूली प्रतिशत
संपत्ति कर २३५५६९७८ १०.५२
समेकित कर ६०७०१८५ १०.३२
सामान्य जलकर ७७७३०१ ५.९३
जल शुल्क १६८३९८३३ ११.१०
दुकान/भवन किराया ५१२०१३४ ७.८८
शिक्षा उपकर १०१२४९६९ ५.३७
नगरीय विकास उपकर ८२२३३१३ ७.८७
योग ७०७१२७१३ ९.३५
(नोट: वसूली के आंकड़े जून माह की स्थिति के है। राशि लाख रुपए में दर्ज हैं।)
– राजस्व विभाग के सभी कर्मचारियों का जून माह का वेतन रोका गया है। जब तक कर्मचारी मंथली टारगेट के अनुरूप वसूली नहीं करते हैं वेतन नहीं दिया जाएगा, क्योंकि वसूली नहीं होने पर नगरीय प्रशासन विभाग को जवाब हमें देना होगा। शतप्रतिशत वसूली क्यों नहीं हुई हम उन्हें क्या जवाब दें।
– प्रियंका सिंह, सीएमओ नगरपालिका बैतूल।
राजस्व अमला पूरी इमानदारी से काम कर रहा है। वसूली के लिए घर-घर दस्तक भी दी जा रही है लेकिन इसके बाद भी कर्मचारियों का वेतन रोककर उन्हें आर्थिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। इसका हम सभी विरोध करते हैं।
-मदन विन्नोदकर, अध्यक्ष नगरपालिका कर्मचारी संघ बैतूल।