सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी में मप्र पॉवर जनरेटिंग कंपनी के अलावा राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल, पूर्व सैनिक और नीलम सुरक्षा एजेंसी 179 अधिकारी, कर्मचारी सुरक्षा का काम देख रहे हैं। इसमें मप्र पॉवर जनरेटिंग कंपनी के 19, एसआईएसएफ के 69, भूतपूर्व सैनिक 11 और नीलम सुरक्षा एजेंसी के 80 सुरक्षा कर्मी शामिल है। कंपनी के सुरक्षा कर्मी बैरियर और पॉवर प्लांट में तैनात है। वहीं एसआईएसएफ की सुरक्षा प्लांट के अलावा राख बांध पर भी है। भूतपूर्व सैनिक प्लांट की सुरक्षा देखते हैं। जबकि नीलम सुरक्षा एजेंसी कोल हैंडलिंग प्लांट और पॉवर हाउस में हैं।
दोहरी नीति से कंपनी को करोड़ों रुपए का नुकसान वहन करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है किनिजी सुरक्षा एजेंसी के कार्य क्षेत्र में चोरी की वारदात होती है तो सुरक्षा एजेंसी से कंपनी द्वारा रिकवरी की जाती है। जबकि एसआईएसएफ और कंपनी की सुरक्षा में सेंध लगाने पर कोई रिकवरी नहीं होती इससे कंपनी को करोड़ों रुपए का नुकसान वहन करना पड़ रहा है।
राख बांध से पाइप लाइन चोरी होने की घटनाएं सामने आ रही है। बांध पर बिजली और एप्रोच रोड की समस्या है।दूर-दूर तक बांध में ऊंची-ऊंची घासे लगी है। जिसका फायदा उठाकर चोर भाग निकलते हैं।पॉवर प्लांट के भीतर चोरी पर पूरी तरह अंकुश है। कंपनी स्तर पर भूतपूर्व सैनिक बढ़ाने की मांग की गई है।
आरके भार्गव, मुख्य सुरक्षा अधिकारी, सतपुड़ा, सारनी