scriptभरी के साथ उठ गई खाली कोयला वैगन | Empty coal wagon got up with stuffy | Patrika News
बेतुल

भरी के साथ उठ गई खाली कोयला वैगन

सीएचपी में लोडखाली करते समय हुआ हादसा, कंपनी को भरना पड़ेगा डैमरेज चार्ज

बेतुलMar 27, 2020 / 10:31 pm

yashwant janoriya

सीएचपी में लोडखाली करते समय हुआ हादसा, कंपनी को भरना पड़ेगा डैमरेज चार्ज

सीएचपी में लोडखाली करते समय हुआ हादसा, कंपनी को भरना पड़ेगा डैमरेज चार्ज

सारनी. रेलवे से सतपुड़ा पॉवर प्लांट में आपूर्ति होने वाले कोयले की वैगन को खाली करते समय भरी के साथ खाली वैगन उठ गई।जिसके चलते वैगन टिप्लर ने काम करना बंद कर दिया।जरा सी लापरवाही के चलते कंपनी को लाखों रुपए डैमरेज चार्ज के रूप में भुगतान करना पड़ सकता है।बताया जा रहा है कि कोल हैंडलिंग प्लांट-तीन में तीन टिप्लर है।जिसमें से 13 व 15 नंबर टिप्लर पहले से खराब है। वहीं 14 नंबर टिप्लर बुधवार रात लापरवाही की भेंट चढ़ गया।अब चार नंबर प्लांट के टिप्लर से वैगन खाली कर पॉवर हाउस तक कोयला पहुंचाया जा रहा है। भरी के साथ खाली वैगन उठने से टिप्लर के काम करना बंद करने की खबर लगते ही मौके पर मुख्य अभियंता समेत अन्य अधिकारी पहुंचे। इसकी सूचना तत्काल रेलवे को दी। शाम 4 बजे एक्सीडेंटल रिलीफ डिपार्टमेंट की टीम पहुंची।साथ ही स्थानीय क्रेनों की मदद से रेस्क्यू का काम चल रहा है। इस तरह की घटना पहले भी हो चुकी है। लेकिन कंपनी द्वारा लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई नहीं करने की वजह से बार-बार दोहरा रही है।

वॉटर वाल्व ट्यूब में लीकेज, 200 मेगावाट की इकाई बंद
सारनी. सतपुड़ा थर्मल पॉवर स्टेशन सारनी की 200 मेगावाट क्षमता की 6 नंबर इकाई बुधवार दोपहर 12 बजे वॉटर वाल्व ट्यूब में लीकेज के चलते बंद हो गई।इस इकाई के बंद होने से सतपुड़ा का बिजली उत्पादन 500 मेगावाट पर सिमट गया। बताया जा रहा है कि इकाई को लोड पर आने में 24 घंटे का वक्त लग सकता है। जिस वक्त इकाई बंद हुई है। उस समय 6 नंबर इकाई को 150 मेगावाट के लोड पर चलाया जा रहा था। फिलहाल सतपुड़ा पॉवर हाउस सारनी से 500 मेगावाट उत्पादन हो रहा है। यहां की 250-250 मेगावाट क्षमता की दोनों इकाइयां फुल लोड पर चल रही है। जबकि 210-210 मेगावाट की 8 और 9 नंबर इकाई कोयले की कमी के चलते बंद है। वहीं 7 नंबर इकाई आरएसडी में बंद है। यानी की सतपुड़ा पॉवर प्लांट की 6 में से 4 इकाइयां विभिन्न कारणों से बंद है। प्लांट की चार इकाइयां बंद होने से सतपुड़ा में कोल स्टॉक बढ़ रहा है। बुधवार तक प्लांट के यार्डों में 2 लाख 26 हजार मीट्रिक टन के आसपास कोल स्टॉक रहा। पॉवर प्लांट के जानकार बताते हैं कि लॉक डाउन का असर बिजली उत्पादन पर भी पड़ा है।

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