बैतूल. पहले ही अतिवृष्टि से अधिकांश फसल बर्बाद हो चुकी है। बची-कूची फसलोंंं को किसान समेटने में लगे हैं। इस पर काले बादलों का साया पड़ गया है। जिससे किसान भारी ङ्क्षचता है। तेज बारिश होती है किसानों को नुकसान उठाना पड़ेगा। रविवार दोपहर में हल्की बारिश हुई। पिछले दो दिनों से आसमान में बादल छाए हुए हंैं। मौसम में परिवर्तन के बाद पिछले तीन दिनों से आसमान में बादल छाए हुए हैं। दिन में और रात के समय में हल्की बारिश हुई। बारिश की वजह से तापमान भी कम हो गया है,जिससे अचानक ठंड बढ़ गई है। दिन और रात दोनों समय के तापमान में कमी आई है। दिन का अधिकतम तापामन २४ डिग्री तो न्यूनतम तापमान १५.५ डिग्री पर पहुंच गया है। वही मौसम वैज्ञानिक डॉ वीके वर्मा ने बताया कि लो प्रेशर की वजह से बारिश की संभावना बनती ही है। हर बार ऐसा होता है। आने वाले तीन-चार दिन तक यही स्थिति बने रहने की संभावना है। बारिश भी हो सकती है। किसानों को चाहिए कि वे अपनी कटी हुई फसल सुरक्षित करे। फसल खड़ी है तो अभी इसकी कटाई बंद कर दे। मौसम साफ होने पर कटाई करे। किसान घनश्याम वामनकर ने बताया कि आसमान में बादल छाने से किसानों से भारी परेशान हैं। उन्होंने बताया कि बारिश होती है किसानों को तगड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा। किसानों की सोयाबीन की फसलें खेत में कटकर पड़ी हुई है। बारिश से फसल बर्बाद हो जाएगी। वही बारिश के डर से किसानों ने कटाई का काम भी बंद कर दिया है। बारिश से खड़ी फसल को उतना नुकसान नहीं होगा,जितने की कटाई के बाद खेत में पड़ी होने से। वामनकर ने बताया कि पहले ही अतिवृष्टि की वजह से अधिकांश फसले बर्बाद हो चुकी है।