पूरी तरह बंद हो जांएगे
पंडित हीरेन्द्र शुक्ला ने बताया कि 29 जून को भड़ल्या नवमी अभिजीत मूहूर्त हैं। इस दिन भी मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं। 30 जून को मांगलिक कार्य को लेकर आखिरी मूहूर्त है। इसके बाद से मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे। 1 जुलाई से देवश्यनी ग्यारस होने से चतुर्मास लगने के कारण मांगलिक कार्य पूरी तरह बंद हो जाएंगे। शादी-ब्याह भी पूरी तरह बंद हो जांएगे।
शादियां शुरू हो सकेगी
चतुर्मास के बाद 18 नवंबर से फिर शादी के मूहूर्त शुरू होंगे,जो कि सिर्फ 13 दिसंबर तक ही होंगे। इसके बाद अगले वर्ष जनवरी, फरवरी और फिर माह मार्च में कुंभ होने से शादी विवाह फिर बंद हो जाएंगे। अप्रैल में शादियां शुरू हो सकेगी।
दो दिन रहेगी बाजार में रहेगी ग्राहकी
शादियों के लिए के 30 जून आखिरी तारीख होने से अब दो दिन तक बाजार में भीड़ रहेगी। खासतौर से शादी को लेकर कपड़े, गहने, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि दुकानों में अच्छी ग्राहकी होगी। हालांकि दुकानदारों को कोरोना संक्रमण को रोकने एहतियात बरतने होंगे। लोगों को भी कोरोना से बचने के लिए एहतियात बरतने की जरुरत है।
शदियों में भी रहेगी भीड़
शादी का आखिरी मूहूर्त 30 जून होने से इस दिन अधिक संख्या में शादी होगी। शादियों में लोगों की भीड़ उमड़ेगी। हालांकि शादी में प्रशासन की ओर से 50 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी है। इसके बाद भी भीड़ अधिक रहेगी। लोगों को कोरोना बचने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।