कोल कर्मियों को काम पर जाने से रोकने वाहन के सामने लेट गए बीएमएस के नेता
तवा-टू खदान में शाम 7 बजे के बाद बनी विवाद की स्थिति, एफडीआई के विरोध में हड़ताल का पहला दिन
एफडीआई के विरोध में हड़ताल का पहला दिन
सारनी. भारत सरकार द्वारा कोयला खनन में 100त्न एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) को मंजूरी प्रदान करने के विरोध में बीएमएस ने 23 से 27 सितंबर तक पांच दिनी हड़ताल का ऐलान किया है।पहले दिन की हड़ताल लगभग 8 0 प्रतिशत सफल रही।प्रथम पाली में 8 8 1 अधिकारी, कर्मचारी ड्यूटी पर रहे। इसमें कॉमन शाखा, रीजनल वर्कशॉप, तवा परियोजना, छतरपुर परियोजना, शोभापुर और सारनी माइन शामिल है। जानकारी के मुताबिक प्रथम पाली में सभी खदानों से 450 मीट्रिक टन कोयला उत्पादन हुआ जो बाकी दिनों की अपेक्षा करीब 15 प्रतिशत है।हड़ताल में सबसे खासबात यह रही कि छतरपुर-1 खदान के मुख्य द्वार पर कोयला कामगारों को कार्यपर जाने से रोकने बीएमएस के ओमकार शुक्ला समेत अन्य नेता कामगारों के वाहन के सामने लेट गए।मौके पर मौजूद पुलिस कर्मी कुछसमझ पाते।तब तक सोशल मीडिया पर विरोध, प्रदर्शन और हड़ताल को सफल बनाने का यह वीडियो पूरे सीआईएल ग्रुप में वायरल हो गया। हालांकि एएसआई फतेबहादुर सिंह समेत अन्य पुलिस कर्मियों ने हड़ताली नेताओं को हटाकर कामगारों को स्वेच्छा से काम पर जाने दिया।वहीं मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय के सामने बीएमएस नेताओं ने खड़े रहकर कामगारों को कार्यपर जाने से रोकने का भरकस प्रयास किया। लेकिन सफल नहीं हो सके।शाम करीब 7 बजे पाथाखेड़ा की तवा-टू खदान पर हड़ताल के दौरान प्रबंधन के साथ विवाद की स्थिति निर्मित हो गई।हालांकि बाद में आपसी सामंजस बन गया।गौरतलब है कि अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ द्वारा राष्ट्र स्तर पर हड़ताल का ऐलान किया है।इस दौरान व्यापारी संगठन, ट्रांसपोर्टरों से भी बीएमएस ने हड़ताल में शामिल होने का आग्रह किया है।कालीमाई व्यापारी संघ अध्यक्ष रमेश हारोड़े व ट्रक ऑनर ट्रांसपोर्ट समिति ने भी हड़ताल का समर्थन किया है।हड़ताल को लेकर यूनियन के अध्यक्ष प्रकाशराव, महामंत्री बिजेन्द्र सिंह, अशोक मालवीय, संजय सिंह, देवेन्द्र भादे, सिद्धेश्वर सिंह, अजय बचले, सुदामा सिंह, चंदू मालवीय समेत बीएमएस के सभी नेता सक्रिय रहे।
संयुक्त मोर्चा की हड़ताल आज –
इंटक, एचएमएस, एटक और सीटू यूनियन से मिलकर बने संयुक्त मोर्चा की एक दिनी हड़ताल 24 सितंबर को है। इस हड़ताल के 95 फीसदी तक सफल होने की संभावना है।दरअसल पहले से ही बीएमएस यूनियन हड़ताल पर है। ऐसे में केंद्रीय चार यूनियनों से मिलकर बने संयुक्त मोर्चा भी हड़ताल पर रहने से पूरी तरह सफल होने की संभावना है।फिलहाल संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने हड़ताल को सफल बनाने की रूपरेखा तैयार कर ली है। पांचों संगठनों के हड़ताल पर होने से मंगलवार को विवाद की स्थिति निर्मित होने की पूरी संभावना बनी रहेगी।दरअसल प्रबंधन नहीं चाहती की उत्पादन प्रभावित हो।वहीं यूनियन नेता हड़ताल को सफल बनाने कामगारों को खदानों पर जाने से रोकेंगे।
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