32 परिवारों के सामने भोजन संकट
बैतूल. पुलिस लाइन में पुलिस हाउसिंग विभाग की बिल्डिंग का निर्माण कर रहे ३२ मजदूरों के परिवारों के सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया है। ठेकेदार मजदूरों को पांच-पांच सौ रुपए देकर गायब हो गया है। दुकानें बंद होने से मजूदरों को भोजन बनने के लिए राशन नहीं मिल पा रहा है। मजदूरों का कहना था कि ठेकेदार ने जो राशि दी है वह ऊंट के मुंह में जीरे के सामान हैं, क्योंकि इस समय सभी खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ गए हैं। पांच सौ रुपए में मुश्किल से सप्ताह भर ही गुजारा हो सकेगा। इसके बाद क्या खाएंगे और बच्चों को क्या खिलाएंगे। मजदूरों ने बताया कि पिछले तीन दिनों से खाने की कोई व्यवस्था नहीं है। पानी पीकर काम चलाना पड़ रहा है। इस मामले में टीआई राजेंद्र धुर्वे का कहना था कि यदि राशन के लिए आते हैं तो उनकी हर संभव मदद की जाएगी। वहीं पारधी ढाने में भी गरीबों के सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया है।