विवेकानंद पार्क में बच्चों के मनोरंजन के लिए दौडऩे लगी मिनी ट्रेन
शहर के विवेकानंद वार्ड में नगरपालिका द्वारा बच्चों के मनोरंजन के लिए मिनी ट्रेन बुलवाई गई है। इसकी लागत ११ लाख रुपए बताई जाती है। शुक्रवार को विवेकानंद पार्क में मिनी ट्रेन का ट्रायल लिया गया। ट्रेन आने से बच्चों में खुशी की लहर दौड़ गई है। ट्रेन में एक इंजन सहित तीन बोगियां लगी है।
Children’s crowd started watching mini train in the park
बैतूल। शहर के विवेकानंद वार्ड में नगरपालिका द्वारा बच्चों के मनोरंजन के लिए मिनी ट्रेन बुलवाई गई है। इसकी लागत ११ लाख रुपए बताई जाती है। शुक्रवार को विवेकानंद पार्क में मिनी ट्रेन का ट्रायल लिया गया। ट्रेन आने से बच्चों में खुशी की लहर दौड़ गई है। ट्रेन में एक इंजन सहित तीन बोगियां लगी है। संभवत: २६ जनवरी से इस ट्रेन की शुरूआत हो सकती है। इस मिनी ट्रेन का लाभ १० से १५ वार्डों में रहने वाले बच्चे उठा सकेंगे। ट्रेन का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अलट बिहारी वाजपेई के नाम पर अटल मिनी टे्रन रखा गया है।
नेहरू पार्क में बाद दूसरी ट्रेन
नेहरू पार्क में वर्ष २००४ में तत्कालीन नगरपालिका अध्यक्ष आनंद प्रजापति द्वारा बच्चों के मनोरंजन के लिए मिली ट्रेन बुलाई गई थी। वर्ष २०१९ में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अलकेश आर्य, पूर्व नपा उपाध्यक्ष आनंद प्रजापति एवं सीएमओ प्रियंका सिंह के प्रयासों से विवेकानंद पार्क में मिनी ट्रेन चलाने का प्रस्ताव लिया गया था। आज यह ट्रेन पटरी पर दौडऩा शुरू हो गई है। ट्रेन आने की सूचना मिलते ही आसपास के वार्डों से बड़ी संख्या में बच्चे ट्रेन को देखने के लिए पहुंच गए थे। बताया गया कि नेहरू पार्क में लगी मिनी ट्रेन अक्सर खराब रहती है। जिसके कारण बच्चे इसका आनंद नहीं ले पाते थे। जिसके चलते बच्चों के मनोरंजन के लिए विवेकानंद वार्ड के पार्क में नगरपालिका द्वारा मिनी ट्रेन चलाने का प्रस्ताव लिया गया।
पार्क में बड़ों के लिए भी ओपन जीम
विवेकानंद पार्क में बच्चों के मनोरंजन के अलावा बड़ों का ध्यान रखते हुए ओपन जीम का निर्माण किया गया है। सुबह बड़ी संख्या में महिलाएं यहां पहुंचती है। पूर्व में यह पार्क विरान और उजाड़ था लेकिन नगरपालिका के प्रयासों से इसमें रौनक लौट आई है। अब बड़ी संख्या में महिलाएं बच्चों के साथ यहां पहुंच रही हैं। पार्क में गार्डन, पेविंग ब्लॉक, झूले, बाउंड्रीवाल, प्रवेश द्वार आदि का काम अधूरा होना बताया जा रहा है। पार्क में रात्रि के समय चौकीदार की व्यवस्था भी नहीं है।