कृषक कमलसिंह पटेल ने बताया कि नहर विभाग के सुस्त रवैये के चलते दो माइनरों से घिरे गांव सारंगपुर के किसान आज भी सिंचाई से वंचित हैं। विगत 3 वर्षो से चौकड़ी मुख्य केनाल में पर्याप्त पानी पहुंच रहा है। किंतु उन्हें रेलवे गेट पार पहुंचाई नहर का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा दो दर्जन गांवों के किसानों को लाभ मिलना बताया था गया था अर्थात २०० हेक्टेयर जमीन सिंचित होने से रह गईहै। कृषक पटेल ने कहा कि विभाग द्वारा करोड़ों की लागत से तैयार की सिंचाई परियोजना का किसानों को सालों बाद भी लाभ नहीं मिल रहा है, जिससे किसानों में रोष है।
पोखरनी. रबी की गेहूं और चने की फसल की बोवनी के लिए किसानों द्वारा खेतों को तैयार किया जा रहा है। किंतु बिजली के ट्रिपिंग करने से उनका कृषि कार्य प्रभावित हो रहा है। किसानों ने विद्युत कंपनी से दो शिफ्टों में 10-10 घंटे बिजली देने की मांग की। किसानों ने बताया कि क्षेत्र के किसान पलेवा कार्य में जुटे हुए हैं, लेकिन बिजली की बार-बार आवाजाही से उनका काम रूक रहा है। कंपनी द्वारा सुबह 6 बजे से उनके पंपों की लाइन की शिफ्ट बनाई गई है, लेकिन सोमवार को लाइन में फॉल्ट आने से उन्हें 10 बजे तक परेशान होना पड़ा। केवल तीन घंटे ही बिजली मिल पाई। किसानों ने एकत्रित होकर बिजली कार्यालय पहुंचकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि खेती काम शुरू होने के समय ही उन्हें बिजली से वंचित रखा जाता है। कंपनी द्वारा 10 घंटे बिजली देने की बात कही जाती है, लेकिन मुश्किल से 5 घंटे बिजली मिल रही है, जिससे उन्हें परेशान होना पड़ा।
खिरकिया नहर के टेल क्षेत्र में पानी पहुंचाने के पहले निरीक्षण किया जाएगा। जहां पर मरम्मत की आवश्यकता होगी उसे करवाएंगे। इसके बादभी पानी भेजा जाएगा।
बीएस चौहान, एसडीओ, जल संसाधन विभाग, खिरकिया