मात्र इंधन डालकर ले जाई जाती थी एंबुलेेंस: अस्पताल में गंभीर घायलों सहित दूर-दराज के क्षेत्र में शवों को ले जाने के लिए विधायक निधी से दी गई एंबुलेेंस में मात्र इंधन डालकर भी लोग ले जा सकते थे इससे बिलकुल न्यूनतम दर पर एंबुलेंस प्रयोग में आ रही थी। कई बार तो नगर के जागरूक तथा सेवाभावी लोगों द्वारा भी आपस में चंदा करके एंबुलेेंस भिजवाई जाती थी ताकि कोई निर्धन को परेशानी ना हो लेकिन वर्तमान में दोनों ही वाहन खड़े होने से लोगों को इनकी सुविधा नहीं मिल पा रही है।
निजी वाहन चालकों कीं सांठ-गांठ से चल रही भर्राशाही : मुलताई अस्पताल में वर्षों से निजी वाहन चालकों की सांठ-गांठ से एक तरफ जहां सरकारी वाहन कंडम कर दिए जा रहे हैं वहीं इसका पूरा फायदा निजी वाहन चालकों को दिया जा रहा है। कई लोग अस्पताल में बकायदा वाहनों की दलाली करने से भी नहीं चूक रहे। अस्पताल में चल रही दलाली की शिकायत पर पूर्व विधायक देशमुख द्वारा दो वाहन अस्पताल को दे दिए गए लेकिन अब बताया जा रहा है कि जानबूझकर दोनों वाहनों का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया जा रहा है। जागरूक नागरिकों द्वारा मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी से शीघ्र ही दोनों वाहनों का रजिस्ट्रेशन एवं बीमा कराके वाहनों को पूर्व की तरह संचालित करने की मांग की गई है।