पढ़े, ट्रेचिंग ग्राउंड के लिए एक करोड़ के टेंडर निकाले तो पता चला जमीन गायब
गौठाना क्षेत्र से टं्रेचिंग ग्राउंड को शिफ्ट किए जाने की योजना अधर में लटक गई है, क्योंकि फोरलेन से लगे ग्राम झाड़ेगांव में जिस बीस एकड़ जमीन पर नगरपालिका को ट्रेचिंग ग्राउंड को शिफ्ट किया जाना था, उस पर किसानों ने रोक लगवा दी है।
बैतूल। गौठाना क्षेत्र से टं्रेचिंग ग्राउंड को शिफ्ट किए जाने की योजना अधर में लटक गई है, क्योंकि फोरलेन से लगे ग्राम झाड़ेगांव में जिस बीस एकड़ जमीन पर नगरपालिका को ट्रेचिंग ग्राउंड को शिफ्ट किया जाना था, उस पर किसानों ने रोक लगवा दी है। किसानों ने ट्रेचिंग ग्राउंड के कचरे से जमीन एवं डैम के पानी को खतरा बताते हुए न्यायालय में याचिका दायर की है। जिसके बाद नगरपालिका को टे्रचिंग ग्राउंड बनाए जाने की योजना से हाथ पीछे खींचने पड़े हैं। जबकि झाड़ेगांव में ट्रेचिंग ग्राउंड के निर्माण कार्य के लिए नगरपालिका एक करोड़ से अधिक के टेंडर निकाल चुकी हैं। एन वक्त पर जमीन हाथ से निकलने पर अब नगरपालिका को ट्रेचिंग ग्राउंड के लिए नई जमीन की तलाश करना पड़ रही है। हालांकि अभी तक नगरपालिका को जमीन नहीं मिल सकी है।
पूर्व कलेक्टर ने दी थी २० एकड़ जमीन
गौठाना में स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड को शहर से बाहर किए जाने के लिए तत्कालीन कलेक्टर शशांक मिश्र ने नगरपालिका को फोरलेन से लगे ग्राम झाड़ेगांव में २० एकड़ जमीन दी थी। यह जमीन राजस्व रिकार्ड में नगरपालिका के नाम भी दर्ज की जा चुकी हैं। नगरपालिका द्वारा इस जमीन पर वैज्ञानिक पद्धति से कचरे का निष्पादन किए जाने के लिए ट्रेंचिंग ग्राउंड का निर्माण किया जाना था। जिसके लिए नगरपालिका ने लाखों रुपए खर्च कर दिल्ली से कंसलटेंट की टीम को बुलाया था। ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाए के लिए नक्शा भी स्वीकृत हो चुका था। जिस पर वर्तमान में नगरपालिका द्वारा काम किया जा रहा था।
एक करोड़ से अधिक के टेंडर निकाले
झाड़ेगांव में ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाए जाने के लिए नगरपालिका द्वारा एक करोड़ से अधिक के टेंडर निकाले गए थे। निर्माण कार्य के लिए जमीन पर लेआउट भी डाल दिया गया था, लेकिन जमीनी विवाद का पेच आने से मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। बताया गया कि झाड़ेगांव में पीकल स्लच, शेड, रोड, बाउंड्रीवाल एवं प्लेटफार्म आदि का निर्माण किया जाना था। इन सभी के लिए अलग-अलग टेंडर निकाले गए हैं। जिन्हें खोले जाने के बाद वर्कआर्डर जारी कर ले-आउट डालने का काम भी शुरू हो गया था, लेकिन मामला न्यायालय में जाने के बाद नगरपालिका ने हाथ पीछे खींच लिए हैं।
गौठाना में शहर के अंदर बना है ट्रेंचिंग ग्राउंड
शहर के गौठाना क्षेत्र में नगरपालिका सालों से शहर से निकलने वाले कचरे को फैंकते आ रही है। पहले यहां खाली मैदान हुआ करता था, लेकिन अब आसपास आबादी क्षेत्र फैलने के कारण लोगों को इस कचरे से दिक्कतें होने लगी है। कचरे के ढेर से निकलने वाली बदबू, गंदगी एवं प्लालीथिन के कचरे के कारण लोग खासे परेशान है। ट्रेंचिंग ग्राउंड को हटाए जाने के लिए पूर्व में क्षेत्र के लोगों द्वारा चार बार सड़क पर चक्काजाम भी किया जा चुका हैं। जिसके चलते नगरपालिका को ट्रेंचिंग ग्राउंड के लिए नई जमीन की तलाश शुरू करना पड़ी थी। तत्कालीन कलेक्टर शशांक मिश्र ने नगरपालिका को झाड़ेगांव में बीस एकड़ जमीन भी आवंटित कर दी लेकिन नपा यहां निर्माण शुरू करती उससे पहले ही ब्रेक लग गया।
नपा ने कढ़ाई में दस एकड़ जमीन मांगी
नगरपालिका को ट्रेंचिंग ग्राउंड निर्माण के लिए झाड़ेगांव में मिली बीस एकड़ जमीन में पेच लगने के बाद नगरपालिका ने सोनाघाटी के पास स्थित ग्राम कढ़ाई में दस एकड़ जमीन की मांग जिला कलेक्टर से की है। हालांकि अभी जमीन आवंटन को लेकर कोई निर्णय नहीं हो सका है। बताया गया कि ग्राम कढ़ाई में काफी जमीन खाली पड़ी है।यदि यह जमीन ट्रेंचिंग ग्राउंड के लिए मिल जाती है तो नगरपालिका इस पर निर्माण कार्य शुरू कर सकती है और शहर के मध्य में स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड को भी हटाया जा सकता है।
इनका कहना
– झाड़ेगांव में जो जमीन मिली थी वहां ट्रेंचिंग ग्राउंड निर्माण को लेकर किसानों ने आपत्ति लगाई है। मामला न्यायालय में चल रहा है। इसलिए ट्रेंचिंग ग्राउंड के लिए नई जमीन की तलाश की जा रही है। कढ़ाई में दस एकड़ जमीन की मांग कलेक्टर से की गई है।
– प्रियंका सिंह, सीएमओ नगरपालिका बैतूल।
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