सितंबर तक डेट लाइन
अमृत योजनांतर्गत शहर में चल रहे पाइप लाइन बिछाने के काम को सिंतबर माह तक पूरा करने की डेटलाइन नगरीय प्रशासन विभाग ने जारी की है। जिसके बाद पिछले एक माह से अमृत योजना के काम में तेजी देखी जा रही है लेकिन पाइप लाइन के लिए चल रही खुदाई के दौरान चट्टान आने से काम समय-सीमा पिछड़ता नजर आ रहा है। बताया गया कि ठेकेदार द्वारा १५ दिनों से रेलवे लाइन के नीचे पाइप लाइन डालने गड्ढा खोदने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन बड़ी चट्टान आ जाने के कारण काम में बाधा आ रही है। चट्टन तोडऩे के लिए फिलहाल मशीनों इस्तेमाल किया जा रहा है उससे चट्टानों पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ रहा है।
अमृत योजनांतर्गत शहर में चल रहे पाइप लाइन बिछाने के काम को सिंतबर माह तक पूरा करने की डेटलाइन नगरीय प्रशासन विभाग ने जारी की है। जिसके बाद पिछले एक माह से अमृत योजना के काम में तेजी देखी जा रही है लेकिन पाइप लाइन के लिए चल रही खुदाई के दौरान चट्टान आने से काम समय-सीमा पिछड़ता नजर आ रहा है। बताया गया कि ठेकेदार द्वारा १५ दिनों से रेलवे लाइन के नीचे पाइप लाइन डालने गड्ढा खोदने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन बड़ी चट्टान आ जाने के कारण काम में बाधा आ रही है। चट्टन तोडऩे के लिए फिलहाल मशीनों इस्तेमाल किया जा रहा है उससे चट्टानों पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ रहा है।
1.50 एमसीएम पानी रोकने की क्षमता
ताप्ती पर 6.99 करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए बैराज में 1.50 एमसीएम पानी रोका जा सकता है। इस पानी से चार महीने तक बैतूल शहर में पेयजल की सप्लाई की जा सकती है। बताया गया कि खेड़़ी ताप्ती पर अमृत परियोजनांतर्गत नपा द्वारा 183 मीटर लंबा और 7 मीटर ऊंंचा बैराज बनाया गया है। बैराज में गेटों की संख्या 18 है। बारिश से बैराज पूरी तरह भर चुका हैं । यदि पाइप लाइन को जोड़ लिया जाता है तो जल्द ही बैतूल शहर में ताप्ती का पानी सप्लाई होगा।
ताप्ती पर 6.99 करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए बैराज में 1.50 एमसीएम पानी रोका जा सकता है। इस पानी से चार महीने तक बैतूल शहर में पेयजल की सप्लाई की जा सकती है। बताया गया कि खेड़़ी ताप्ती पर अमृत परियोजनांतर्गत नपा द्वारा 183 मीटर लंबा और 7 मीटर ऊंंचा बैराज बनाया गया है। बैराज में गेटों की संख्या 18 है। बारिश से बैराज पूरी तरह भर चुका हैं । यदि पाइप लाइन को जोड़ लिया जाता है तो जल्द ही बैतूल शहर में ताप्ती का पानी सप्लाई होगा।
सडक़ पर भी खुदाई मुश्किलें खड़ी कर रही
भग्गुढाना में पाइप लाइन बिछाने के लिए सडक़ के बीच खुदाई का काम मशीन से किया जा रहा है लेकिन सडक़ की सतह मजबूत होने से ड्रिलिंग करने में दिक्कतें आ रही है। यहां भी पिछले १० दिनों से मशीन के जरिए सडक़ की खुदाई का काम चल रहा है। अभी तक दस से पंद्रह मीटर ही खुदाई हो सकी है। जबकि पाइप लाइन को जोडऩे के लिए अभी सौ मीटर से अधिक खुदाई की जाना है। बताया गया कि मेन पाइप लाइन को कई जगहों पर आपस में जोड़ा नहीं गया है।
भग्गुढाना में पाइप लाइन बिछाने के लिए सडक़ के बीच खुदाई का काम मशीन से किया जा रहा है लेकिन सडक़ की सतह मजबूत होने से ड्रिलिंग करने में दिक्कतें आ रही है। यहां भी पिछले १० दिनों से मशीन के जरिए सडक़ की खुदाई का काम चल रहा है। अभी तक दस से पंद्रह मीटर ही खुदाई हो सकी है। जबकि पाइप लाइन को जोडऩे के लिए अभी सौ मीटर से अधिक खुदाई की जाना है। बताया गया कि मेन पाइप लाइन को कई जगहों पर आपस में जोड़ा नहीं गया है।
इनका कहना
अंडर ब्रिज पर चट्टान की वजह से खुदाई में दिक्कत आ रही है। बड़ी मशीन बुलाई गई है ताकि ड्रिलिंग में तेजी लाई जा सके। कोशिश है कि सिंतबर तक पाइप लाइन का काम पूरा कर लिया जाए।
नगेंंद्र वागद्रे, सब इंजीनियर, नगरपालिका, बैतूल
अंडर ब्रिज पर चट्टान की वजह से खुदाई में दिक्कत आ रही है। बड़ी मशीन बुलाई गई है ताकि ड्रिलिंग में तेजी लाई जा सके। कोशिश है कि सिंतबर तक पाइप लाइन का काम पूरा कर लिया जाए।
नगेंंद्र वागद्रे, सब इंजीनियर, नगरपालिका, बैतूल