फिर बदला मौसम का मिजाज, डेढ़ हजार मेगावाट तक घटी बिजली की मांग
सतपुड़ा पॉवर प्लांट की तीन इकाइयां 35-35 मेगावाट के बेकिंग डाउन पर
सतपुड़ा पॉवर प्लांट की तीन इकाइयां 35-35 मेगावाट के बेकिंग डाउन पर
सारनी. प्रदेश में गुरुवार को 12 हजार मेगावाट से अधिक बिजली की मांग रही जो बीते एक सप्ताह में रही डिमांड से करीब डेढ़ हजार मेगावाट कम है। वजह प्रदेश के कई जिलों में अचानक बादल जाए रहने और तेज हवाएं चलना है। बताया जा रहा है कि मौसम बदलने से बिजली की मांग पर असर पड़ा है। सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी की 200 व 210-210 मेगावाट क्षमता की तीन इकाइयों को बुधवार रात 12 बजे से 35-35 मेगावाट के बेकिंग डाउन पर चलाया जा रहा है। सतपुड़ा पॉवर हाउस सारनी से गुरुवार को 950 मेगावाट के आसपास बिजली उत्पादन लिया गया। यहां की 6, 7, 8 नंबर इकाई को 150-150 मेगावाट और 10 व 11 नंबर इकाई को 250-250 मेगावाट के लोड पर चलाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि आगामी दो-तीन दिनों तक बादल छाए रहने के चलते बिजली की मांग में और कमी आने से इंकार नहीं किया जा सकता।
कोल स्टॉक घटा
सतपुड़ा पॉवर हाउस सारनी में बीते माह तक लगभग 6 लाख मीट्रिक टन के आसपास कोल स्टॉक था जो जनवरी माह के द्वितीय सप्ताह में घटकर 5 लाख मीट्रिक टन से भी कम हो गया है। इसका सीधा मतलब यह है कि सतपुड़ा को खपत के अनुरूप कोयला नहीं मिल रहा। बताया जा रहा है कि इन दिनों पॉवर हाउस सारनी की 6 में से 5 इकाइयों से बिजली उत्पादन हो रहा है। इन इकाइयों में रोजाना करीब 15 हजार मीट्रिक टन के आसपास कोयले की खपत हो रही है।पॉवर हाउस के जानकार बता रहे हैं कि एक, दो और कभी तीन रैक भी कोयला रेलवे के जरिए मिल रहा है। वहीं क्षेत्रीय खदानों से लगभग 4 हजार मीट्रिक टन कोयला आपूर्ति हो रहा है।
आरएसडी में बंद है 210 मेगावाट की इकाई
पॉवर हाउस सारनी की 9 नंबर इकाई रिजर्व शट डाउन में लंबे समय से बंद है।बताया जा रहा है कि प्रदेश में बिजली की मांग कम रहने के चलते 210 मेगावाट की 9 नंबर इकाई को लगातार बंद रखा जा रहा है। वहीं 10 व 11 नंबर इकाई को छोड़कर बाकी इकाइयां बेकिंग डाउन पर चलाई जा रही है।गौरतलब है कि दिसंबर, जनवरी और फरवरी माह में ही बिजली की मांग ज्यादा रहती है। इसके बाद डिमांड कम होने लगती है।
इनका कहना है
पांच इकाइयों से 950 मेगावाट के आसपास बिजली उत्पादन हो रहा है। डिमांड कम होने सेतीन इकाइयां बेकिंग डाउन पर चलाई जा रही है। कोल स्टॉक 4 लाख 53 हजार मीट्रिक टन के आसपास है।
अमित बंसोड़, पीआरओ, सतपुड़ा पॉवर हाउस, सारनी
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