युवा इंजीनियरों ने बनाई सेंसर युक्त सेनेटाइजर मशीन
कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए जहां सरकारी विभागों ने हजारों रुपए की खरीदी कर सेंसरयुक्त हैंड सेनेटाइजर मशीन लगा रखी है। वहीं बैतूल के दो युवा इंजीनियरों ने मात्र नौ हजार रुपए की लागत में माइक्रो कंट्रोलर बेस्ड प्रोजेक्ट पर अल्ट्रा सोनिक सेंसर युक्त हैंड सेनेटाइजर मशीन बनाई है।
Sensorized sanitizer machine made by young engineers
बैतूल। कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए जहां सरकारी विभागों ने हजारों रुपए की खरीदी कर सेंसरयुक्त हैंड सेनेटाइजर मशीन लगा रखी है। वहीं बैतूल के दो युवा इंजीनियरों ने मात्र नौ हजार रुपए की लागत में माइक्रो कंट्रोलर बेस्ड प्रोजेक्ट पर अल्ट्रा सोनिक सेंसर युक्त हैंड सेनेटाइजर मशीन बनाई है। मशीन के निचले हिस्से में हाथ ले जाते हैं मशीन एक सेकंड के अंदर हाथों को सेनेटाइज कर देती है। एक बार में मशीन में लगभग एक लीटर सेनेटाइजर का उपयोग किया जा सकता है।
बताया गया कि शहर के महावीर वार्ड निवासी इंजीनियर रितेश नामदेव बीई इलेक्ट्रानिक्स और यश मालवीय बीई मैकेनिकल ने मात्र दो महीने के भीतर ऐसी मशीन बनाई हैं जिसकी बाजार में इस समय कीमत हजारों में है। दोनों ने महज नौ हजार रुपए की लागत में यह मशीन तैयार की है। इस मशीन में एक लीटर सेनेटाइजर से पांच सौ से आठ सौ लोग अपने हाथों को सेनेटाइज कर सकते हैं। दोनों इंजीनियरों ने बताया कि मशीन में हैंड सेनेटाइजर करने का समय भी तय किया गया है। एक सेकंड की अवधि में यह मशीन पूरे हाथ को सेनेटाइजर कर देती है। उन्होंने बताया कि इस मशीन को बनाने में उन्हें महज नौ हजार का खर्चा आया है लेकिन मार्केट में यह मशीन काफी महंगे दामों में मिल रही है।