स्व. सत्य नारायण हर्ष बिकानेर हैण्डिक्राफ्ट एक्सपोर्ट के नाम से कालीन कंपनी खोली। तथा वे एक बड़े कालीन व्यवसायी के रूप में जाने जाते थे। बीती रात लगभग 11.30 बजे स्व. सत्य नारायण हर्ष के दो पुत्र भरत हर्ष उर्फ बड़ोर तथा छोटा भाई अश्विनी हर्ष उर्फ छटोर। दोनों भाई बाइक से सर्रोई स्थित कालीन कारखाने से लौट रहे थे। जैसे ही वह बाजार के समीप पहुंचे तभी पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक में टक्कर मार दी।
जिसकी चपेट में आने से भरत वर्ष उर्फ बडोर 45 वर्ष की मौत हो गई। जबकि बाइक चला रहे अश्विनी हर्ष उर्फ छटोर गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद ट्रक छोड़कर चालक फरार हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेते हुए शव को पोस्टमार्टत हेतु भेज दिया। कालीन व्यवसायी भरत हर्ष उर्फ बडोर के मौत की खबर मिलते ही कालीन व्यवसायियों में शोक की लहर दौड़ गई। हरिरामपुर स्थित कालीन व्यवसायी के घर पहुंचकर लोगों ने शोक संवेदना व्यक्त की।