गौरतलब हो कि तीन माह पूर्व खमरियां निवासी फिरोज अहमद की बहन रूख्साना बानो की उसके ससुराल घोसियां में मौत हो गई थी। ससुराल के लोगो पर गुपचुप तरीके से शव को दफना देने का आरोप है। रुखसाना के मायके वालों का आरोप है कि ससुराल के लोगो द्वारा उसे मारपीट कर मौत के घाट उतार दिया गया और शव को गुपचुप तरीके से कब्रिस्तान में दफन किया गया। ससुराल के लोगो को जब इसकी जानकारी हुई तब औराई थाने में शिकायत की गई लेकिन आरोप है कि शिकायत के बावजूद कोई कार्यवाई नही की गई। इसके बाद ससुराल पक्ष के लोगों ने न्यायालय की शरण ली।
जिस पर न्यायालय के आदेश पर ससुराल पक्ष के पांच लोगो पर धारा 302, 201, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी सिलसिले में बृहस्तपतिवार को औराई पुलिस पहुंचकर शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। शव को कब्र से निकालने पहुंची पुलिस को देखते ही घोसियां स्थित कब्रिस्तान में काफी लोगो की भीड़ जमा हो गई। शव निकालते समय एसडीएम, तहसीलदार सहित काफी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे।
जिले में पहले भी सामने आ चुके हैं इस तरह के मामले
पूर्व में भदोही जिले में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं जिसमे मौतों के बाद दफनाए गए शवो के बाद पुलिस व न्यायालय में हुई शिकायतों के बाद शवो को कब्र से बाहर निकलकर उसका पोस्टमार्टम कराया गया और उस मामले में जांच शुरू हुई। जानकार बताते हैं कि जब शव को कब्र में दफना दिया जाता है तब पुलिस भी उस मामले में हाँथ डालने से पीछे हटने लगती है। लेकिन जब लोग न्यायालय की शरण मे जाते हैं तो न्यायालय के आदेश पर शवो को पोस्टमार्टम के लिए भेज उसमे जांच शुरू की जाती है।