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विधायक विजय मिश्रा पर कसा शिकंजा, मकान कब्जा कर रहने और धमकी देने में दर्ज हुआ मुकदमा
दरअसल पूरा मामला यह है कि तीन दिन पहले विधायक के रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी ने गोपीगंज थाने में एफआईआर कराया कि विधायक उसके धनापुर स्थित मकान में बीते 19 सालों से रहकर राजनीति कर रहे हैं और उसकी ठेकेदारी की फर्म को को हथिया लिया है। अब मकान की वसीयत बेटे के नाम कराने का दबाव बना रहे हैं और साथ ही उसकी फर्म का सारा पैसा अपने खातों में ट्रांसफर कर लिए हैं। रिश्तेदार की तहरीर पर पुलिस ने विधायक विजय मिश्रा, उनकी पत्नी एमएलसी रामलली मिश्रा और बेटे विष्णु मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
इस मामले में पहले विधायक ने रिश्तेदार पर विरोधी राजनीतिक व्यक्तियों से मिलकर षड्यंत्र करने के साथ बकाया धन हड़पने का आरोप लगाया और बताया कि जिस जमीन में वो रह रहे हैं वो दो हिस्सों में है। जिस हिस्से में वो रह रहे हैं वो उनका है। अब आज विधायक के बेटे विष्णु मिश्रा ने प्रेस वार्ता कर रिश्तेदार पर 32 करोड़ रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। विष्णु मिश्रा ने कहा कि कृष्णमोहन तिवारी की अपनी ठेकेदारी की फर्म है, जिससे वो सड़क निर्माण और बालू खनन का ठेका लेते थे। ठेके के लिए मैटेरियल मेरी कम्पनी से लेते थे। जिसके वो पूरे 32 करोड़ रुपये के देनदार हैं। उनके द्वारा दिये गए 27 करोड़ के चेक बाउंस भी हो चुके हैं। ऐसे में वो देनदारी देना नहीं चाहते, इसलिए गलत एफआईआर कर फंसाना चाह रहे हैं। लेकिन मुझे न्यायालय पर भरोसा है मुझे न्याय और मेरा बकाया जरूर मिलेगा।
By Mahesh Jaiswal