जानकारी अनुसार स्टेट हाईवे स्थित सपाट पर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब यहां सड़क का एक हिस्सा फटा और एक से डेढ़ फीट ऊपर उठ गया। सड़क फटते समय इतनी जबरदस्त आवाज हुई कि दुकानदार व ग्राहक वहां से भागने लगे और अफरा-तफरी मच गई। आवाज सुनकर आस-पड़ोस के लोग भी घरों से निकले और वहां भगदड़ देख लोगों को लगा कि भूकम्प आ गया। दुकानदार धन सिंह सैनी ने बताया कि सड़क में कई दिनों से भारी वाहनों के गुजरने पर आवाज आती थी। सड़क निर्माता कम्पनी आरएसआरडीसी ने स्टेट हाई-वे को चार वर्ष पूर्व बाड़ी से पहाड़ी संख्या 45 का सड़क का निर्माण कराया। लेकिन इस सड़क के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। वहीं पुरानी सड़क के ऊपर ही लेयर (परत) डाल दी गई।
हादसा होते-होते बचा
सड़क फटने के समय अधिक गर्मी होने के चलते वाहनों की आवाजाही कम थी। इस कारण यहां कोई बडा हादसा होते-होते बच गया।
जानकारों ने बताया कि अधिक गर्मी के चलते धरती में बनने वाली गैस को निकलने के लिए सीसी सड़क निर्माण के समय बीच-बीच में कट लगे होना नितान्त आवश्यक है। जबकि इसमें कट नहीं लगाकर ऊपर से जगह-जगह कट जैसा कटाव मशीन द्वारा निर्माण के बाद किया गया। वहीं पुरानी सड़क के ऊपर ही नई सड़क का निर्माण कर दिया गया। क्रशर जॉन से निकलने वाले भारी व ओवरलोड वाहनों से भी सड़क पर विपरीत असर पड़ रहा था।
पत्रिका ने कईबार चेताया
राजस्थान पत्रिका की ओर से सड़क निर्माण की गुणवत्ता को लेकर कई बार समाचार प्रकाशित कर प्रशासन को चेताया गया। लेकिन जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जिसके चलते यह हादसा होते-होते बच गया।
आरएसआरडीसी द्वारा कई साल पहले निर्मित सड़क शनिवार को अचानक फटकर एक-डेढ़ फीट ऊपर उठ गई। जिससे एक बार यातायात बाधित हुआ। पुलिस बुलाकर उसे एक तरफ से सुचारू कराया गया है। फिलहाल सड़क को अस्थाई तौर पर दुरुस्त कराया जा रहा है। निर्माण कम्पनी को भी अवगत कराया गया है।-कैलास चन्द मीना, उप-खण्ड अधिकारी, भुसावर।