चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को रानेता और पहचान वाले लोगों की सिफारिशी फोन कराए। आए दिन की चिक चिक—झिक झिक से बचने के लिए जनाना अस्पताल के पीछे स्थित विभाग के वैक्सीन डिपो में मंगलवार को एक बैठक हुई।
जिसमें शहरीय क्षेत्र की एएनएम और कॉर्डिनेटर शामिल हुए। बैठक मं आरसीएचओ डॉ. असित श्रीवास्तव ने एक—एक करके एएनएम की समस्याएं और शिकायतें सुनीं। इसके बाद उन्होंने एक दिव्यांग एएनएम को सर्वे की जिम्मेदारी से हटा दिया। बैठक में कई एएनएम की ओर से ऐसे बहाने बताए गए, जिसे सुनकर लोगों की हंसी छूट गई, तो कई के बहानों ने सभी को चौंका दिया।
पांच सीएचसी पर तैनात कीं एएनएम
शहरीय क्षेत्र की एएनएम को सीएमएचओ ने काम न करने की बार—बार आ रही शिकायत के बाद शहर के नए बने पांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 13 एएनएम को लगा दिया है। यह अरबन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आनंदनगर, तिलक नगर, पुलिस लाइन, पुष्प वाटिका और अटलबंध स्थित हैं।
इन पर आउटडोर की व्यवस्था सहित अन्य काम के लिए दो—तीन करके एएनएम को पीएचसी पर लगाया था। एक एएनएम ने कहा कि वह हाल में ही भर्ती हुई है। उसे वेतन भी कम मिलता है। ऐसे में वैक्सीनेशन और सर्वे के चलते डोर—टू—डोर जाना पड़ेगा। कम वेतन में कैसे काम कर पाएगी।
बहाना 1
नई बहू को सिखाना है घर का काम
एक एएनएम ने कहा कि वैसीनेशन और सर्वे घर के पास ही कर सकती है। उसने कहा कि बेटे की अभी शादी हुई है। नई बहू को खाना बनाना सिखा रही हूं। दूर वैक्सीनेशन करने जाने से उसे घर का काम नहीं सिखा पाउंगी।
बहाना 2
वैक्सीनेशन करना भूल गई
एक एएनएम ने पीएचसी पर ही काम रकने की बात कही। उसने कहा कि काफी दिन हो गए हैं बिना वैैक्सीनेशन किए। इसलिए वह वैक्सीनेशन करना ही भूल गई है। मुझे वैक्सीनेशन से हटा दें।
बहाना 3
एक एएनएम ने कहा कि वह अभी नई है। उसे स्कूटी भी चलाना नहीं आता हैं। वैक्सीनेशन और सर्वे में घर से दूर क्षेत्र में जाना पडेगा। ऐस में बिना स्कूटी चलाए, वह कैस जाएगी।