इस कारण राज्य में बेरोजगारी भत्ता 650 व 750 से बढ़ाकर 3000 और 3500 रुपए होना है। इसकी जानकारी के लिए युवा वर्ग ई-मित्र व रोजगार कार्यालय में देखे जा सकते हैं। यही वजह है कि पहले की अपेक्षा इस वर्ष जनवरी से अब तक 8540 बेरोजगारों ने विभाग में पंजीयन करा दिया है। अब भत्ता मिलने की आस है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने अब मुख्यमंत्री युवा संबल योजना के तहत बेरोजगारों को भत्ता देना सुनिश्चित किया है। इसके अन्तर्गत नया आवेदन करने ई-मित्रों पर भीड़ है। मगर, सरकार ने योजना का नाम बदलने के साथ आवेदन करने वालों में एसटी-एससी वर्ग के लिए जाति प्रमाण पत्र और ओबीसी व सामान्य वर्ग के लिए दो लाख रुपए से कम
वार्षिक आय का प्रमाण पत्र देना अनिवार्य कर दिया है।
इसके बाद भी बीते वर्षों की तुलना में इस वर्ष आवेदन करने वालों की संख्या बढ़ी है। गत वर्ष सितम्बर के महीने में कुल 750 पंजीयन हुए हैं जो 25 पंजीयन प्रतिदिन है और अब 112 पंजीयन प्रतिदिन होने का औसत आ रहा है जो पहले से अधिक है। यह पंजीयन बेरोजगारी भत्ता बढकऱ आने की उम्मीद में किए गए हैं।
बढकऱ भत्ता मिलने की उम्मीद को लेकर बेरोजगार आवेदन में उक्त दस्तावेज लगा रहे हैं। इसके चलते इस वर्ष एक जनवरी से 18 मार्च तक विभिन्न वर्गों के 8540 युवाओं ने आवेदन किए जिनका पंजीयन विभाग में हो गया है। इसके तहत अब तक सामान्य वर्ग के 2131, एसटी से 409, एससी से 1517, ओबीसी से 3733, एसबीसी से 527 व अल्पसंख्यक वर्ग से 123 युवाओं ने विभाग से पंजीयन करा लिया है।
जिला रोजगार अधिकारी भरतपुर श्यामलाल साटोलिया का कहना है कि बेरोजगारी भत्ता बढकऱ मिलने की उम्मीद पर युवा वर्ग पहले अधिक आवेदन कर रहा है। हालांकि, एसएसओ पोर्टल की गति धीमी है। माना जा रहा है पोर्टल में कुछ बदलाव होगा।