विधानसभा चुनाव से पूर्व 14 अगस्त 2018 को भरतपुर सांसद बहादुर सिंह कोली ने गांव धवला का नगला और शाहपुर के मध्य सडक़ निर्माण (डामरीकरण) के लिए 12 लाख रुपए की घोषणा की। कार्य को लेकर जिला परिषद् कार्यालय से आदेश क्रमांक 1919.25 दिनांक 14 अगस्त 2018 द्वारा डामरीकरण कार्य के लिए वित्तीय स्वीकृति जारी करते हुए सार्वजनिक निर्माण विभाग बयाना के अधिशाषी अभियंता को 15 दिवस के अन्दर कार्य प्रारंभ कराकर प्रगति से अवगत कराने के निर्देश दिए।सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा कार्य को शुरू करने से पहले ही गत दिनों सांसद कोली ने जिला परिषद् कार्यालय को पत्र लिखकर अपने द्वारा ही स्वीकृत 12 लाख रुपए के निर्माण कार्य को निरस्त करने के आदेश दिए हैं, जिसको लेकर ग्रामीणों में सांसद के खिलाफ भारी रोष व्याप्त है।
ग्राम पंचायत बारौली का गांव धवला का नगला के ग्रामीण सडक़ मार्ग से वंचित हैं। सडक़ निर्माण के लिए ग्रामीण काफी समय से आन्दोलन कर रहे हैं। ग्रामीण प्रशासन की उदासीनता के खिलाफ धरना प्रदर्शन करते हुए उच्च अधिकारीयों को ज्ञापन भी दे चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो सकी। सडक़ निर्माण की मांग पूरी नहीं होने पर विधानसभा चुनावों के दौरान ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया था। ऐसे में यहां एक भी मतदान नहीं हुआ। उस समय मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने एक माह के अन्दर सडक़ निर्माण कार्य शुरू कराने का आश्वासन भी दिया था।सांसद द्वारा स्वीकृत हुए कार्य को निरस्त करने का आदेश देने से ग्रामीणों की उम्मीद पर पानी फिरता नजर आ रहा है। सांसद बहादुर सिंह कोली ने बताया कि विधानसभा चुनावों से करीब चार माह पहले सडक़ के लिए 12 लाख रुपए स्वीकृत किए थे। कई माह बाद भी काम शुरू नहीं हो पाया इसलिए स्वीकृति को वापस लेने के आदेश दिए हैं ताकि कहीं और जगह पैसा लगाया जा सके। उधर, ग्राम पंचायत बारौली के सरपंच देशराज जाटव ने बताया कि चुनावी माहौल को देखते हुए सांसद ने सडक़ निर्माण के लिए 12 लाख रुपए स्वीकृत किए लेकिन अब उस स्वीकृति को निरस्त करने का पत्र लिखना जनता के साथ धोखा देना है। क्षेत्र की जनता सांसद के इस कार्य का विरोध करेगी।