पांच साल से दे रही प्रशिक्षण राज्य सरकार की ओर से बेटियों को महफूज करने के लिए शुरू किए गए इस कार्यक्रम से मोनिका वर्ष 2016 में जुटी हैं। इसके लिए वह ब्लॉक की शारीरिक शिक्षकों को ट्रेनिंग देती हैं। इससे पहले वह खुद भी आरपीए से ट्रेनिंग ले चुकी हैं। इससे पहले वह कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में अध्ययनरत बालिकाओं को प्रशिक्षण दे चुकी हैं। मोनिका बताती हैं कि ट्रेनिंग में मुख्य रूप से पंचेज बनाने (नाजुक अंगों पर वार करने की विधा), किक्स (मुश्किल परिस्थितियों में खुद को महफूज करने), पॉल्स (हरकत करने वाले को परास्त करने) एवं थ्रोज (सामने वाले पर अटेक करने की बारीकी) सिखा रही हैं, जिससे बेटियां मुश्किल से मुश्किल वक्त में भी खुद को सुरक्षित रख सकें।