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भरतपुर

यह विश्वविद्यालय ऐसा है जो उधारी के भवन में,उधारी के कर्मचारियों से संचालित हो रहा है…

भरतपुर. महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय भरतपुर को स्थापित हुए भले ही ६ साल से अधिक समय हो गया लेकिन अभी भी न तो विवि के पास खुद का भवन है और न ही खुद के पूरे कर्मचारी। ऐसे में विवि प्रशासन को उधारी के भवन में, उधारी के कर्मचारियों के दम पर विश्वविद्यालय का संचालन करना पड़ रहा है।

भरतपुरJan 11, 2019 / 09:03 pm

shyamveer Singh

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भरतपुर. महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय भरतपुर को स्थापित हुए भले ही ६ साल से अधिक समय हो गया लेकिन अभी भी न तो विवि के पास खुद का भवन है और न ही खुद के पूरे कर्मचारी। ऐसे में विवि प्रशासन को उधारी के भवन में, उधारी के कर्मचारियों के दम पर विश्वविद्यालय का संचालन करना पड़ रहा है। ताज्जुब की बात तो यह है कि विश्वविद्यालय के मुखिया (कुलपति) समेत सिर्फ 6 नियमित कर्मचारी दो जिलों के करीब 168 महाविद्यालयों के करीब 80 हजार विद्यार्थियों का जिम्मा सम्भाल रहे हैं। बाकी प्रतिनियुक्ति या फिर अस्थाई कर्मचारियों के दम पर विवि का संचालन किया जा रहा है।
सिर्फ छह नियमित कर्मचारी कार्यरत
जानकारी के अनुसार विवि में सिर्फ 6 नियमित/स्थाई कर्मचारी कार्यरत हैं। इनमें कुलपति, कुलसचिव, एक डिप्टी रजिस्ट्रार, दो असिस्टेंट रजिस्ट्रार व एक लीगल असिस्टेंट शामिल हैं। इसके अलावा अन्य पदों पर या तो प्रतिनियुक्ति या फिर अस्थाई कर्मचारियों से काम चलाना पड़ रहा है। प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत कर्मचारियों में तीन इन्फॉर्मेशन असिस्टेंट, एक सहायक लेखाधिकारी व दो कनिष्ठ लेखाकार को प्रतिनियुक्ति पर लगाया गया है। इतना ही नहीं कुछ समय के लिए 12 कर्मचारियों को विवि में प्रतिनियुक्ति पर लगाया गया था, जो कि अब प्रतिनियुक्ति पूर्ण कर अपने मूल विभागों में लौट गए हैं।
चार पाठ्यक्रम, शिक्षक एक भी नहीं
बृज विश्वविद्यालय की ओर से एमए (होम साइंस, ड्रॉइंग एण्ड पेंटिंग), बीएएलएलबी और एलएलएम पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। लेकिन अभी तक विवि के पास खुद का एक भी नियमित/स्थाई शिक्षक नहीं है। कहने को विवि में 5 प्रोफेसर, 10 एसोसिएट प्रोफेसर
और 15 असिस्टेंट प्रोफेसर के पद स्वीकृत हैं लेकिन ये सभी पद अभी तक रिक्त पड़े हैं। विवि प्रशासन को अभी तक 25 पदों (सह/सहायक आचार्य) पर भर्ती की स्वीकृति मिली है जो कि शुरू नहीं हो पाई है।
भवन भी उधारी का
विश्वविद्यालय स्थापित हुए ६ साल से अधिक समय हो गया लेकिन अभी तक विवि के पास खुद का भवन भी उपलब्ध नहीं हो पाया है। ऐसे में विवि का संचालन एमएसजे कॉलेज के भवन में हो रहा है और पाठ्यक्रमों की कक्षाएं भी लॉ कॉलेज, आरडी गल्र्स कॉलेज आदि में संचालित होती हैं। हालांकि बैलारा के पास विवि का खुद का भवन निर्माणाधीन है और सम्भवत: तीन-चार माह बाद आरएसआरडीसी भवन हस्तांतरित कर देगा।
पद स्वीकृत
उपकुलसचिव 1(भरा हुआ)
सहायक कुलसचिव 2(भरा हुआ)
परीक्षा नियंत्रक 1(रिक्त)
कनिष्ठ लेखाकार 2(रिक्त)
सहायक लेखाधिकारी 1(रिक्त)
लीगल असिस्टेंट 1(रिक्त)
इन्फॉर्मेशन असिस्टेंट4(रिक्त)
स्टेनोग्राफर 2(रिक्त)
क्लर्क 10(रिक्त)
प्रोफेसर 05(रिक्त)
एसोसिएट प्रोफेसर 10(रिक्त)
असिस्टेंट प्रोफेसर 15(रिक्त)
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