उन्होंने मांगों के संबंध में कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया। यूनियन के अध्यक्ष विकास कुमार जैन ने बताया कि भरतपुर व धौलपुर में सहकारी बैंकों के कर्मचारियों को पिछले 14 वर्ष से 13वां, 14वां व 15 वां वेतन समझौता स्वीकृत नहीं किया है, जबकि राज्य के 28 जिलों में सहकारी बैंक कार्मिकों को लाभ दिया जा रहा है। वहीं भरतपुर-धौलपुर के 38 कार्मिक वर्षों से वेतन समझौतों से दूर हैं।
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों ने सहकारिता विभाग को पत्र लिखा, मेल और ज्ञापन देकर कार्मिकों की मांगों से अवगत कराया, लेकिन उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं की जा रही। इसलिए उन्हें अनिश्चितकालीन हड़ताल की है। उन्होंने बताया कि वेतन समझौते स्वीकृत होने तक यह हड़ताल जारी रहेगी।
इनका कहना है कि हड़ताल पर रहने से सहकारी बैंकों का प्रतिदिन करीब 5 करोड़ रुपए का कामकाज प्रभावित होगा। इससे जुड़े किसान व उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। फिर भी सुनवाई नहीं की जा रही।