शादी-विवाह में शुरू हुआ सेवइयों का रिवाज गंगादेई ने अपने घर पर भी करीब पांच क्विंटल मैदा की सेवइयां तैयार कर रख रखी हैं ताकि आवश्यकता होने पर तुरन्त उपलब्ध कराई जा सके। गंगादेई ने बताया कि मेव जाति में सगाई अथवा शादी विवाह में कम से कम 25 से 30 किलो सेवइयां देने का रिवाज शुरू हो गया है। ऐसे कार्य के लिए वह तुरन्त अपने पास रखी सेवइयों में से उपलब्ध करा देती है। नगर कस्बे की गंगादेई को सेवइयां निर्माण से होने वाली आय को देखकर करीब 16 लोगों ने इस तरह की मशीनें लगा ली हैं। वे भी गांव-गांवों में घूमकर सेवइयां तैयार कर उपलब्ध कर रहा हैं। एक समाजसेवी संस्था गंगादेई की ओर से तैयार की गई सेवइयों की ब्रांडिंग कराने का प्रयास कर रही है। ताकि उसकी सेवइयां स्थानीय बाजार के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी विक्रय के लिए जा सके।