…नहीं जला रावण, मंत्री बोले: आसानी से नहीं मिटती बुराई
51 फीट के पुतले के अंदर नहीं था फूंस, जलाने को मांगते रहे डीजल… भरतपुर के नुमाइश ग्राउंड पर प्रमुख रावण दहन कार्यक्रम में भी बड़ी फजीदी हुई। दरअसल यहां पर रावण सही से नहीं जल सका। रावण के दहन के दौरान लापरवाही सामने आई। रावण के पुतले के अंदर फूंस नहीं होने से रावण में आग नहीं लग पाई। रावण के पुतले को बनाने वाले कारीगर जहां दहन के लिए डीजल की मांग करते रहे। वहीं मौके पर मौजूद नगर निगम के इंस्पेक्टर पूरणमल इस लापरवाही के लिए रावण के पुतला बनाने वालों पर दोष मढ़ते रहे। रावण दहन के दौरान जब रावण नहीं जला तो लोगों को निराश देख मंत्री जी को ही बोलना पड़ गया कि बुराई का अंत करना आसान नहीं है। लेकिन अंत में जीत अच्छाई की ही होती है। यहां पर करीब 10,000 की संख्या में शहरवासी जुटे लेकिन वे मायूस होकर ही लौटे। हर साल की तरह रावण दहन में वो शोले नहीं निकले जो हर बार रावण के पुतले की आंखों से निकलते हैं।
खूब वायरल हुए दशानन!
नई मंडी प्रांगण में रावण दहन कार्यक्रम के दौरान मौजूद शहरवासियों ने रावण दहन को कैमरे में कैद कर वायरल भी किया। शहर में दो स्थानों पर रावण दहन का कार्यक्रम हुआ। नुमाइश मैदान में नगर निगम व नई मंडी में रामलीला समिति की ओर से रावण दहन कार्यक्रम हुआ। दोनों ही स्थानों पर राज्यमंत्री डॉ.सुभाष गर्गने रावण दहन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में शहर के लोग एकत्रित हुए। भीड़ के कारण नुमाइश मैदान के बाहर जाम की स्थिति बन गई।कोरोना के चलते दो साल बाद शुरू हुई जसवंत प्रदर्शनी में बुधवार को अव्यवस्था हावी रहीं। इसके चलते प्रदर्शनी के बाहर सडक़ पर जाम की स्थिति रही।
55 फीट ऊंचा रावण का पुतला गिरा, नहीं हो सका दहन
जुरहरा. यहां बुधवार शाम को मौसम में आए बदलाव के साथ ही हवा एवं बूंदाबंदी शुरू हो गई। तेज हवा के चलते रावण का विशाल 55 फीट ऊंचा पुतला दहन से पहले ही गिर गया, जिसके कारण दहन नहीं हो सका। बुधवार शाम करीब सवा 5 बजे तेज बारिश आने पर दर्शक दशहरा मैदान छोड़ भागने लगे और कुछ ही देर में मैदान में भरा पानी। शोभायात्रा दशहरा मैदान पंहुचने से पहले ही गिरा पुतला गिर गया।