वर्तमान में डाक विभाग का ध्यान निष्क्रिय खातों को पुन: चालू कराना और नए बचत खाते खोलने पर है। इसके तहत शिविर लगाकर 13 हजार 500 नए खाते खोले हैं। वहीं निष्क्रिय पड़े 85 हजार खातों में से एक माह में 16 हजार खाते सक्रिय कर दिए हैं।
जिले में 269 शाखा डाकघर व 35 उपडाकघर हैं, जहां 269 ग्रामीण डाक सेवक और भरतपुर शहर के प्रधान डाकघर में 21 पोस्टमैन परिमंडल के निर्देश पर बचत खाता खोलने में लगे हैं। इससे भविष्य मनरेगा मजदूरी का भुगतान, पेंशन, मनी ट्रांसफर, घर बैठे रुपयों का लेनदेन सहित अनेक कार्य आसानी से हो सकेंगे। सूत्रों का कहना है कि जब बैंकिंग सेवा का अधिकार मिला तो सरकार ने मजदूर वर्ग की जरूरत को देखते हुए स्मॉल फाइनेंस बैंक को प्रक्रिया में लाने से अवगत कराया है। इससे मजदूर वर्ग को जरूरत पडऩे पर ऋण की सुविधा मिल सकेगी।
भरतपुर में डाक अधीक्षक सत्यनारायण सैनी का कहना है कि शीघ्र ही डाकघरों में स्मॉल फाइनेंस बैंक की शुरूआत होगी। इससे आइपीपीबी से जोड़ा जाएगा। इससे जरूरतमंद बचत खाताधारकों ऋण की सुविधा मिल सकेगी। फिलहाल खाता खोलने पर रुझान है।