जानकारी के अनुसार नवम्बर 2018 में एमसीआई की टीम ने कुल करीब 39 बिन्दुओं में कमियां बताई थीं, जिनमें से अधिकतर कमियों को दूर कर लिया गया है। ऐसे में सम्भावना जताई जा रही है कि तीन सदस्यीय टीम अपनी रिपोर्ट एमसीआई को सौंपेगी, जिसके बाद सम्भवत: एक माह बाद सत्र 2019-20 की अनुमति मिल जाएगी।
जनाना अस्पताल में सोनीपत(हरियाणा), खानपुर कला के बीपीएस गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज फॉर वूमैन के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मेहर सिंह पूनिया ने निरीक्षण किया। यहां एमसीआई टीम सदस्य डॉ. पूनिया ने लैब, आउटडोर, ओटी, टीकाकरण कक्ष, डेमोंस्ट्रेशन रूम, शिशु वार्ड का निरीक्षण किया। इंजेक्शन रूम के रजिस्टर में डेटवाइज एंट्री नहीं पाई गई, जिस पर स्टाफ को तारीखवार एंट्री करने के निर्देश दिए। प्रसव पूर्व जांच क्लिनिक (कमरा नम्बर 3) में रजिस्टर देखा तो उसमें बीते दस दिन की एंट्री ही नहीं मिली, जिस पर व्यवस्था को सुधारने के निर्देश दिए।
तेल बेबी क्लिनिक में मौजूद नर्सिंग स्टाफ से पूछा कि दालों में कौन-कौन से प्रोटीन पाए जाते हैं और हरी पत्तेदार सब्जियां किस मौसम में उगती हैं। इस पर स्टाफ न तो दालों में प्रोटीन की और न ही सब्जियों के बारे में सही जानकारी दे पाया। डॉ. पूनिया ने पूरी जानकारी रखने और बच्चों के परिजनों को सही जानकारी देने के निर्देश दिए। वहीं डॉ. पूनिया सेमिनार रूम में पहुंचे और प्रोजेक्टर लगाने के लिए कहा। इस पर प्रोजेक्टर ताले में रखे होने की जानकारी मिली। ताला खोलकर प्रोजेक्टर निकाला लेकिन स्टाफ उसे सैट नहीं कर पाया। डॉ. पूनिया ने सिस्टम सुधारने के निर्देश दिए।
आरबीएम अस्पताल: देखा ब्लड बैंक का रिकॉर्ड
आरबीएम अस्पताल में एमसीआई टीम सदस्य सुबह 11.15 बजे निरीक्षण करने पहुंचे। सबसे पहले ट्रॉमा सेंटर व इनडोर वार्ड की व्यवस्थाएं देखीं। उसके बाद नए भवन में संचालित आउटडोर में पहुंचे और यहां का निरीक्षण किया। ब्लड बैंक में जाकर रजिस्टर व रिकॉर्ड की जांच कर कितना रक्त दान से व कितना रिप्लेसमेंट से मिलता है। साथ ही सेपरेशन यूनिट की भी गहनता से जांच की। मरीजों को कैसे इश्यू किया जाता है इसकी पूरी जानकारी ली। नए भवन में संचालित सेंट्रल लैब और यहां उपलब्ध उपकरणों व होने वाली जांचों की जानकारी जुटाई। उसके बाद पीएमओ कक्ष में सभी चिकित्सकों के साथ बैठक कर इनडोर, आउटडोर, हर दिन ऑपरेशन, उपस्थिति आदि के रिकॉर्ड की जांच की।