बुधवार सुबह साढ़े 11 बजे जब पत्रिका टीम बस स्टैण्ड पहुंची तो यहां रोडवेज की आरजे28,पीए0967 बस खड़ी थी। बस के गेट पर खड़ा किशन (बुकिंग एजेंट दिलीप का व्यक्ति) बस में बैठने वाले सभी यात्रियों की टिकट काट रहा था। वहीं पास ही में बस के चालक व परिचालक भी खड़े थे। फिर भी उसे टिकट काटने से नहीं रोका। यानी कि चालक-परिचालकों की भी इसमें सह थी।
हर दिन यूं लगा रहा हजारों रुपए का चूना
लोहागढ़ आगार ने दिलीप को कुम्हेर गेट की बुकिंग एजेंसी दी है। नियमानुसार यह एजेंट सिर्फ कुम्हेर गेट पर ही यात्रियों की टिकट काट सकता है। एजेंट को प्रति टिकट चार से पांच प्रतिशत कमीशन मिलता है। ऐसे में बस स्टैण्ड पर जिन यात्रियों की टिकट परिचालकों को काटनी चाहिए उनकी टिकट यह एजेंट काटता है और हर दिन हजारों रुपए का कमीशन कमाता है। जबकि यही टिकट यदि परिचालक काटें तो एजेंट की जेब में जाने वाला हजारों रुपए का कमीशन सीधे रोडवेज को मिलेगा और उसकी आय बढ़ेगी।
रिपोर्टर- क्या आपके पास रोडवेज की बुकिंग एजेंसी है?
दिलीप- हां, मेरे पास कुम्हेर गेट की बुकिंग एजेंसी है।
रिपोर्टर- आप बस स्टैण्ड पर यात्रियों के टिकट काटते हैं। क्या इसकी अधिकारियों से अनुमति ले रखी है?
दिलीप- अनुमति तो नहीं ली लेकिन सभी से बतरामन (बात) हो रखी है।
रिपोर्टर- हर दिन कितने की बुकिंग हो जाती है?
दिलीप- हर दिन करीब 20 हजार तक की बुकिंग हो जाती है।
नियमानुसार गलत है
मैंने सुना तो था कि लोहागढ़ आगार वालों का प्राइवेट बुकिंग एजेंट बस स्टैण्ड पर टिकट बनाता है। नियमानुसार यह गलत है। इसको लोहागढ़ आगार के जिम्मेदार अधिकारियों को कंट्रोल करना चाहिए। – काडूराम मीणा, मुख्य प्रबंधक, भरतपुर आगार
प्राइवेट बुकिंग एजेंट को प्रति टिकट चार से पांच प्रतिशत तक कमीशन दिया जाता है। ये बुकिंग एजेंट बस स्टैण्ड पर आकर टिकट बुकिंग नहीं कर सकते। यदि कोई बुकिंग एजेंट बस स्टैण्ड पर आकर टिकट काट रहा है तो पता करवा लेंगे। वैसे ये कोई गम्भीर मामला नहीं है।
– सुदीप शर्मा, मुख्य प्रबंधक, लोहागढ़ आगार