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भरतपुर

ठेका किसी और के नाम, चला रहा कोई और

-मोटी कमाई का जरिया बना शराब का कारोबार, कुछ दिन याद रखने के बाद भूल जाते हैं अधिकारी

भरतपुरJan 18, 2021 / 01:43 pm

Meghshyam Parashar

ठेका किसी और के नाम, चला रहा कोई और

ठेका किसी और के नाम, चला रहा कोई और

भरतपुर/हलैना. रूपवास शराब दुखांतिका के बाद पुलिस एक्शन मोड पर है वहीं दूसरी ओर अवैध व अनधिकृत रूप से गांव-गांव शराब की बिक्री कर रहे लोग भी चौकन्ना नजर आ रहे हैं। ठेकेदारों की शराब को धड़ल्ले से जिन दुकानों पर बेचा जाता था आजकल वे बंद हैं। आबकारी विभाग के अनुज्ञाधारी ठेके भी विभाग के नियमानुसार खुल व बंद हो रहें हैं लेकिन ये हालात अब तक रहेंगे। हमें भूलने की आदत है और प्रशासन कोई बड़ी घटना होने पर ही जागता है। धीरे-धीरे रूपवास दुखान्तिका को भुला दिया जाएगा और क्षेत्र में अवैध व अनधिकृत शराब बिक्री के हालात पूर्ववत हो जाएंगे।
बताते चलें शराब व्यवसाय आज मोटी कमाई का जरिया बन गया है। आबकारी विभाग की लाटरी में पूरी टीम आवेदन करती है। इन्हें हर हाल में शराब का व्यवसाय करना होता है। विभाग की लॉटरी में नाम निकले तो ठीक वरना ये लोग ठेका मोटी रकम में खरीद लेते हैं। ठेके की बिक्री लाखों में होती है। हलैना व वैर के ठेके तो लगभग बिक चुके हैं। शराब व्यवसाय के जानकार लोग एक समूह बना लेते हैं। इसमें 10 से 15 व्यक्ति होते हैं। ये समूह के रूप में ही विभाग की लाटरी में हिस्सा लेते हैं। लाटरी में समूह का नाम न निकलने पर ठेका खरीद लेते हैं। विभाग इस पर सबकुछ जानते हुए भी अनजान बना रहता है। दूसरी बात ये खरीद ठेकेदार अपनी मर्जी से अपनी पसन्द जगह पर ठेका चलाते हैं। एक ऐसा ही मामला हलैना क्षेत्र में देखा जा सकता है। झालाटाला गांव के नाम से आवंटित ठेका इरनिया जहानपुर गांव के बीच जंगल में चल रहा है। जहां कभी भी शराब बेची जा सकती है।
खरीदने के बाद नियम ताक पर

शराब व्यवसाई समूह की ओर से मोटी रकम में ठेका खरीदने के बाद विभाग के नियमों को ताक पर रख दिया जाता है। यह समूह गांव-गांव में शराब की दुकानें खुलवाता है। ओवर रेट लेता है। साथ ही गांव में बेचने वाले दुकानदारों से एडवांस भी लिया जाता है। विभाग के नियमानुसार शराब के ठेके पर शराब पीना सख्त मना है। लेकिन क्षेत्र में शायद ही कोई ऐसा ठेका हो जहां शराबियों को बैठ कर पीने की व्यवस्था न कर रखी हो। ये लोग ठेकों पर न केवल बैठ कर पीने की व्यवस्था करते हैं वरन शराब सेवन की सहायक सामग्री की दुकान भी खुलवाई जाती है।
इधर, 165 पव्वा देशी शराब बरामद
– दो जनो को किया गिरफ्तार
जुरहरा. पुलिस ने गांव नोनेरा में अवैध शराब बेचने वालो के खिलाफ कार्यवाही कर 165 पव्वा देशी शराब बरामद कर बाप. बेटे को गिरफ्तार किया है। एसएचओ राजवीर सिंह ने बताया कि गाँव नौनेरा निवासी टेकचंद पुत्र लक्ष्मण को अवैध शराब की बिक्री करते हुए उसके कब्जे से 80 पव्वा अवैध देशी शराब ढोला मारू ब्रांड, 1300 रुपए अवैध शराब की बिक्री के बरामद किए गए तथा लक्ष्मण पुत्र रामखिलाड़ी के कब्जे से 85 पव्वा अवैध देशी शराब हरियाणा निर्मित मस्ताना ब्रांड व 1200 रुपए की नगदी बरामद कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों के खिलाफ अवैध शराब की बिक्री करने को लेकर मामला दर्ज किया है। अवैध शराब की बिक्री करने के मामले की जांच कर रहे एएसआई बिजेन्द्र सिंह ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे 25.30 रुपए में खरीद कर एक पव्वा 30.40 रुपए में बिक्री करते है। शराब की खरीद हरियाणा व राजस्थान से करते है।

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