scriptनई सफाई व्यवस्था पर अपनों से ही घिरी शहरी सरकार | urban government surrounded by self | Patrika News
भरतपुर

नई सफाई व्यवस्था पर अपनों से ही घिरी शहरी सरकार

-निगम में भ्रष्टाचार के आरोप लगा, समिति ने दिया धरना

भरतपुरNov 16, 2021 / 01:30 pm

Meghshyam Parashar

नई सफाई व्यवस्था पर अपनों से ही घिरी शहरी सरकार

नई सफाई व्यवस्था पर अपनों से ही घिरी शहरी सरकार

भरतपुर . भरतपुर बचाओ संघर्ष समिति की ओर से महापौर व नगर निगम प्रशासन के कार्यों में कथित अनियमितता व भ्रष्टाचार के विरोध में सोमवार को निगम कार्यालय के मुख्य गेट पर सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया गया। समिति सदस्यों ने चेतावनी देते हुए कहा कि निगम प्रशासन ने शहर बेचने व कोष के दुरूपयोग के काम को बंद नहीं किया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
संघर्ष समिति अध्यक्ष हरभान सिंह ने कहा कि मेयर के सभी कार्यों में खुद का हित साधते हैं। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद गिरधारी तिवारी ने कहा कि निगम मूल कार्यों से विमुख होकर व्यवसायी हो गई है, शहर में लूट मचा रखी है। पूर्व पार्षद गिरधारी गुप्ता ने कहा कि पढा लिखा मेयर आने से जनता में विकास की उम्मीद धूमिल हुई है। पार्षद मनोज सिंह ने कहा कि नए सफाई टेण्डर से वाल्मीकि समाज का शोषण होगा। नेता प्रतिपक्ष कपिल फौजदार ने कहा कि शहर की जमीनों को किसी भी कीमत पर बिकने नहीं देंगे। पार्षद दीपक मुदगल ने कहा कि निगम में योजनाबद्ध तरीके से अपने स्वयं के आर्थिक फायदे वाली योजना लागू करना चाहते हैं। पार्षद शैलश पाराशर ने कहा कि मेयर के तुलगकी योजनाओं के कारण शहर में कांग्रेस का जनाधार गिरता जा रहा है। महेन्द्र कटारा ने कहा कि विकास सिर्फ पोस्टरों पर वास्तविकता में जीरो है। सौरभ धाऊ पूर्व पार्षद ने कहा कि इन दो वर्षों में कोई विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं। धरने में नगेन्द्र भारद्धाज, केशव शर्मा, रेखा रानी, शिवानी दायमा, पंकज मितल, विष्णु मितल, सुधा अनिल शर्मा, सुमन प्रेमपाल, शैलेष कौशिक, चन्द्रभान आदि उपस्थित थे। अन्य पार्षद व पूर्व पार्षदों ने अपने विचार रखे।
जो पहले थे साथ, अब हुए उनके ही खिलाफ

पार्षद रूपेन्द्र ने कहा कि निगम की गलत नीतियों के कारण धरना देने को मजबूर होना पड़ा है। किशोर सैनी ने कहा कि निगम में घुसते ही पहली एकल खिड़की से भ्रष्टाचार प्रारंभ हो जाता है। पार्षद दाऊदयाल ने कहा कि शहर को बेचने की कवायद तुरन्त प्रभाव से बन्द हो तथा सभी वार्डों में विकास कार्य समान रूप से कराए जाएं। नरेश जाटव पार्षद ने कहा कि सफ ाई टेण्डर पर जनता के पक्ष में महापौर का विरोध करने वाले पार्षदों के वार्डों में विकास कार्यों की फाइलें मेयर रोककर बैठे हैं। पार्षद श्यामसुन्दर गौड ने कहा कि महापौर व्यापारी है, जनता व विकास से कोई लेना देना नहीं है। कच्चा डण्डा वालों को आश्वासन देने के बाद भी महापौर पट्टे नहीं दे रहे हैं।
यह है मामला

25 जून 2021 को हुई नगर निगम की बैठक में प्रस्ताव संख्या 69 पर भरतपुर शहर की चयनित मुख्य सड़कों की मैकेनिकल स्वीपिंग, डोर टू डोर कचरा संग्रह और परिवहन कार्य एवं 40 वार्डों की मैनुअल स्वीपिंग की डीपीआर स्वीकृति करने एवं उक्त कार्य पर तीन वर्षों में होने वाले 60.46 करोड़ रुपए की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति पर विचार को शामिल किया गया था। पार्षदों के विरोध के बाद निर्णय लिया गया था कि 21 सदस्यीय कमेटी गठित कर किसी दूसरे शहर में संबंधित कंपनी की सफाई व्यवस्था का अवलोकन कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। 29 सितंबर को हुई बैठक में प्रस्ताव संख्या 77 पर इसे पार्षदों की वोटिंग से पास करा दिया गया। इसमें 18 पार्षदों ने विरोध किया था, जबकि 31 पार्षदों ने प्रस्ताव का समर्थन किया था।

Home / Bharatpur / नई सफाई व्यवस्था पर अपनों से ही घिरी शहरी सरकार

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो