कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक डॉ.मूलसिंह राणा ने बताया कि वाहन चोरी की लगातार वारदातें बढ़ रही थी। जिस पर सीओ (ग्रामीण) परमाल सिंह के निर्देशन में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम का नेतृत्व सेवर थाना प्रभारी दौलतराम गुर्जर को सौंपा। पुलिस ने साईक्लोन की मदद से वारदात वाले इलाकों में नजर रखना शुरू किया है। इसमें कुछ संदिग्ध मोबाइल नम्बर आपस में कनेक्ट मिले। उधर, पड़ोसी प्रदेश हरियाणा व उत्तरप्रदेश में भी इस तरह की वारदातें शामिल आई। जिस पर पुलिस टीम ने सूचनाएं एकत्र की और सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य साक्ष्यों को बारीकी से विश्लेषण किया। जिस पर पुलिस टीम ने ओमवीर उर्फ फकीरा पुत्र भजनलाल जाट निवासी बराखुर थाना चिकसाना व अंकित पुत्र लाल सिंह जाट निवासी बरताई थाना कुम्हेर को पकड़ा। पूछताछ में इन्होंने वाहन चोरी की करीब एक दर्जन वारदातें करना स्वीकार किया। इसमें ओमवीर गैंग का मास्टर माइंड है। गिरोह ने पड़ोसी हरियाणा व उत्तरप्रदेश में भी वाहन चोरी की कई वारदातों को अंजाम दिया है।
एक लाख रुपए में बेच देते थे यूपी व हरियाणा में
भरतपुर से वाहन चोरी करने के बाद गैंग सरगना ओमवीर उत्तरप्रदेश व हरियाणा के दूसरे वाहन चोरों की मदद से इन भारी वाहनों को सस्ते दाम में बेच देते थे। बताया जा रहा है कि डंपर, हाईवा व ट्रेलर जैसे वाहनों को गिरोह एक से 1.50 लाख रुपए में बेच देते थे।