script…कांग्रेस में गुटबाजी और आपसी फूट का जिम्मेदार कौन! | ... who is responsible for factionalism and mutual split in Congress | Patrika News
भरतपुर

…कांग्रेस में गुटबाजी और आपसी फूट का जिम्मेदार कौन!

-विश्वेंद्र सिंह बोले: जिन विधायकों के लिए झोली फैलाकर वोट मांगे, उन्होंने दिया धोखा -कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के लिए हुए सम्मेलन में हंगामा, राज्यमंत्री भजनलाल जाटव का हुआ विरोध, भाषण देते समय हुई जमकर नारेबाजी, एक कार्यकर्ता ने उठा ली कुर्सी, नेताओं के हस्तक्षेप से शांत हुआ विवाद, भाषण के जरिए पूर्व कैबीनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने साधा निशाना

भरतपुरJan 20, 2021 / 11:25 am

Meghshyam Parashar

...कांग्रेस में गुटबाजी और आपसी फूट का जिम्मेदार कौन!

…कांग्रेस में गुटबाजी और आपसी फूट का जिम्मेदार कौन!

भरतपुर. कांग्रेस कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के लिए मंगलवार को शहर के एक मैरिज गार्डन में हुए सम्मेलन में जमकर हंगामा हुआ। वैर से विधायक व राज्यमंत्री भजनलाल जाटव ने जैसे ही भाषणा देना शुरू किया तो कुछ कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया। राज्यमंत्री जाटव के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। इतना ही नहीं एक कार्यकर्ता ने तो फेंकने के लिए कुर्सी तक उठा ली। हालांकि पूर्व कैबीनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह व अन्य नेताओं ने कार्यकर्ताओं को शांत कराया। इसके बाद सम्मेलन में पूर्व कैबीनेट मंत्री व डीग-कुम्हेर से विधायक मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने पार्टी के नेताओं पर ही भाषण के माध्यम से निशाना साधा।
निवर्तमान जिलाध्यक्ष शेरसिंह सूपा की अध्यक्षता में हुए सम्मेलन में पूर्व कैबीनेट मंत्री सिंह ने कहा कि झोली फैलाकर जिनके लिए वोट मांगते हैं, फिर वो जड़ खोदते हैं। कभी भी भेदभाव का समर्थन नहीं किया लेकिन उनके साथ एक दुर्भाग्य रहा है कि जिस जिस व्यक्ति का उन्होंने समर्थन कर ऊंचाई पर पहुंचाया है उसने सदैव उनको धोखा ही दिया है। ऐसे कई विधायक हैं जिनके लिए उन्होंने झोली फैला कर वोट मांगे थे लेकिन वर्तमान में वह विधायक कार्यकर्ताओं की पीड़ाओं का मजाक बनाते हैं और क्षेत्र की समस्याओं से मुंह मोड़ कर रखते हैं। पार्टी की स्थिति क्यों बनी है। इसके दो कारण है कि पूर्व में सत्ता और संगठन अलग-अलग दिखते रहे हैं। यहां जो अफसर लगाए जाते हैं। वह कैसे लगते हैं। जब मैं मंत्री था तो जिन भ्रष्ट अफसरों को यहां से बाहर निकाला गया, उन्हीं को वापस ले आए हैं। ऐसी जगह पर लाए हैं जहां जनता आहत है। मैं तो जन्मजाम कांग्रेसी हूं। जो आपके लोगों की हालत हो रही है मेरा वोट तो आपको मिल जाएगा लेकिन मेरे परिवार का नहीं मिल पाएगा। कांग्रेस को हम कहां ले जा रहे हैं। सबसे जरूरी चीज है सत्ता और संगठन एक हो, अगर ये दोनों एक होंगे तो कांग्रेस की सरकार के काम का पता चलेगा। भाजपा के मुकाबले 100 प्रतिशत ज्यादा योजनाएं हैं हमारे पास, लेकिन प्रचार है न प्रसार है। क्योंकि कार्यकर्ता अब तक मुरझाए हुए हैं। अभी सभी के भाषण भी सुन रहा था। जनता का रोष भी था। मैं सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि मैं कांग्रेस में रहा या भाजपा में, हर छोटे कार्यकर्ता को साथ लेकर चला हूं। कोई भी जात हो धर्म का हो, बल्कि आपको जोडऩे का काम किया है। एक ही विधानसभा क्षेत्र ऐसा है जहां से निकाय चुनाव में हमने कोई टिकट नहीं मांगा। आज ही पेट्रोल डीजल की दाम बढऩे की खबर सुन ली होगी। यहां के किसानों के लिए हम क्या कर रहे हैं यह भी सोचना होगा। संभाग ने सरकार को बनाया है। संभाग को हर क्षेत्र में उपेक्षित क्यों किया जाता है। पानी की भारी समस्या है। सरकार क्या कर रही है। मंत्री बताने का कष्ट करें। प्रभारीजी ये सारी बातें जनता से जुड़ी हुई है। इन बातों पर ध्यान देने की जरुरत हैं। कांग्रेस पुरानी पार्टी है। मतभेद चलते रहे हैं। कार्यक्रम में नगर विधायक वाजिब अली, बयाना विधायक अमर सिंह, महिला कांग्रेस अध्यक्ष रिकी सिंह हंतरा, हिमांशु कटारा ने भी विचार रखे। कार्यक्रम में नगर निगम के मेयर अभिजीत कुमार, दिनेश सूपा, लाखन हिंगोली, श्रीचंद गौड़, डॉ. गोविन्द शर्मा, आदित्यराज शर्मा, महेन्द्र तिवारी प्रधान, शहर के पूर्व अध्यक्ष संजय शुक्ला, सेवर के पूर्व अध्यक्ष सतीश सोगरवाल, पीसीसी सदस्य धर्मेन्द्र शर्मा, योगेश सिंघल, सेवादल के बृजेश शर्मा, नरेन्द्र चौधरी, सूरज सिंह बघेल आदि उपस्थित रहे। संचालन उपाध्यक्ष चुन्नी कप्तान ने किया।
जिनकी 150 वोटों पर गिनती खत्म, वो मंच पर सबसे आगे

सम्मेलन में विश्वेंद्र सिंह ने एक और बात निशाना साधते हुए कही तो वहां मौजूद कार्यकर्ताओं व नेता भी आश्चर्य में पड़ गए। उन्होंने कहा कि यहां कुछ लोग तो सिर्फ शक्ल दिखाने आए हैं। जिनका नाम नहीं लेना चाहता, वैसे नाम भी लूं तो डरता नहीं। ये सिर्फ पद के लालच में यहां आए हैं। आप सब समझ रहे हो। जिन्होंने डीग व कुम्हेर में बल्कि सभी जगह नपा व पंचायत बनवाई है वो तो पीछे रह जाते हैं और पद के लालच वाले नेता पहुंच जाते हैं मंच पर। चुनाव में जिनकी गिनती 150 वोटों पर खत्म हो जाती है वो ही सबसे आगे स्वागत करने नजर आते हैं।
राज्यमंत्री भजनलाल बोले: मैं तो भरतपुर में आता ही नहीं

राज्यमंत्री भजनलाल जाटव का विरोध होने के बाद जब वो मंच पर जाकर बैठ गए तो कुछ समय बाद खुद पूर्व कैबीनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने उन्हें वापस बुलाया। इस पर राज्यमंत्री जाटव ने कहा कि मैं तो कभी भरतपुर आकर हस्तक्षेप भी नहीं करता। मेरी सीमा का दायरा वैर है। बाकी विश्वेंद्र सिंह भरतपुर की सरकार हैं। आप हमारे मालिक हो। बाकी गलतफहमी हैं वो सारी व्यर्थ हैं।
कौन क्या बोला

जिला कांग्रेस प्रभारी वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा कि पार्टी को मजबूत करने के साथ योग्य व कर्मठ कार्यकर्ताओं का ध्यान रखा जाएगा।

भरतपुर संभाग कांग्रेस प्रभारी डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि उनकी मांगों को पूरी जोश और शक्ति के साथ आलाकमान के समक्ष रखा जाएगा और उनके साथ न्याय किया जाएगा।
डिप्टी मेयर गिरीश चौधरी ने कहा कि विश्वेंद्र सिंह पूरे भरतपुर में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के संरक्षक हैं। उन्हें पूर्ण सम्मान प्रदान किया जाना चाहिए।

सियासत या…कुछ और

1. कांग्रेस अब से नहीं बल्कि विधानसभा चुनाव से पहले ही दो खेमों में बंटी हुई है, लेकिन जिला कलक्टर को लेकर विवाद व नगरीय निकाय चुनाव में मतभेद के बाद यह विवाद और खुलकर सामने आ गया था।
2. नदबई विधायक जोगिन्दर सिंह अवाना, भरतपुर से विधायक व राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, कामां विधायक जाहिदा खान ने इस सम्मेलन में भाग नहीं लिया।

3. जिले से एक विधायक को दुबारा मंत्रीमंडल में शामिल करने व एक विधायक को शामिल करने की भी चर्चा है।
4. एक खेमे का कहना है कि जिन अधिकारियों को पूर्व में यहां से बाहर भेजा गया था, उन्हें वापस यहां लगाने से भी विवाद पनपा है।

5. जिले के विधायकों में आपसी फूट की बात पहले से ही सामने आती रही है। एक बार फिर यह बात सामने आ गई।

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