प्रतिदिन 13000 परीक्षण होंगे आज मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व में हुई मंत्रिमंडल की मीटिंग के दौरान लुधियाना, जालंधर और मोहाली में चार टेस्टिंग लैबोरेटरी की स्थापना को हरी झंडी दे दी है। प्रतिदिन 13000 टेस्ट करने की क्षमता हो जायेगी। इस समय पटियाला, अमृतसर और फरीदकोट के मेडिकल कॉलेजों में प्रति दिन 9000 टेस्ट करने की क्षमता है।
कहां होगी स्थापित यह चार लैबोरेटरी श्री गुरु अंगद देव वैटरनरी एंड एनिमल साईंसेस लुधियाना, पंजाब स्टेट फोरेंसिक साईंसिस लैबोरटरी मोहाली, नार्दन रीजनल डिजीज़ डायग्नोस्टिक लैबोरेटरी जालंधर और पंजाब बायोटैक्नोलॉजी इंकुबेटर मोहाली में स्थापित होनी हैं।
कितना खर्च आएगा एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि यह सभी नियुक्तियाँ बाबा फऱीद यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ साईंसिस, फरीदकोट की तरफ से आउटसोर्सिंग के ज़रिये की जाएंगी। 131 स्टाफ सदस्यों की नियुक्ति से प्रति महीना 17.46 लाख रुपए जबकि एडहॉक सहायक प्रोफेसरों के पदों के विरुद्ध प्रति महीना 3.06 लाख का खर्चा आऐगा जो प्रांतीय आपदा प्रबंधन फंड में से दिया जायेगा। इन 131 स्टाफ सदस्यों में रिसर्च साईंटिस्ट (नॉन मेडिकल), रिसर्च साईंटिस्ट, लैब टैक्नीशियन, डाटा एंटरी ऑपरेटर, लैब अटेंडेंट और स्वीपर के पद शामिल हैं।
सेवानिवृत्ति के बाद पुनर-नियुक्ति की अनुमति एक अन्य फ़ैसले में मंत्रीमंडल ने पटियाला और अमृतसर के सरकारी मैडीकल कॉलेज, पटियाला और अमृतसर के सरकारी डैंटल कॉलेज और पटियाला के आयुर्वैदिक कॉलेज में सेवाएं निभा रही टीचिंग फेकल्टी की सेवा-मुक्ति की 62 साल की आयु पूरी होने के उपरांत पुनर-नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। मेडिकल/आयुर्वैदिक फेकल्टी के लिए पुनर-नियुक्ति की आयु 70 साल तक जबकि डैंटल फेकल्टी के लिए 65 साल होगी। यह कदम जहाँ मेडिकल, डैंटल और आयुर्वेदिक की टीचिंग फेकल्टी की कमी को दूर करने में सहायक होगा, वहीं मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया /डेंटल कौंसिल ऑफ इंडिया और सेंट्रल कौंसिल ऑफ इंडियन मेडिसन के नियमों के अंतर्गत पी.जी. कोर्स की सीटें बरकरार रखने में भी मददगार सिद्ध होगा।