पुलिस ने बताया कि मेन रोड में पीछे से दो बाइक में 4 लोग आए। एक ने व्यापारी को फिल्मी अंदाज में ओवरटेक करते हुए लात मारकर गिराना चाहा। लात उसके दाहिने पैर घुटने के पास लगी। इस पर व्यापारी ने अपनी गाड़ी रोक दी। इतने में चारों बदमाश बाइक से उतर गए। व्यापारी अरुण को पकड़ कर गाड़ी से गिरा दिया। दो बदमाशों ने पेट के बल पटककर उसे कसकर पकड़ लिया। तीसरे बदमाश ने जेब से पर्स निकाल लिया। चौंथे ने उसकी गाड़ी की चाबी निकालकर डिक्की खोल लिया और रूपए से भरा थैला निकाल लिया। थैला निकालने के बाद चारों फुर्ती से बाइक स्टार्ट कर जामुल की ओर भाग निकले।
पुलिस हर पहलु पर जांच कर रही है। यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि कहीं शिकायत फर्जी तो नहीं है। क्योंकि ऐसी कई घटनाएं फर्जी भी निकल चुकी हैं। सब्जी व्यापारी ने पुलिस को खुर्सीपार, पावर हाउस नंदिनी रोड बोगदा पुलिया से गुजरना बताया है। इस राह में जामुल अस्पताल के पास कैमरा लगा है। इसके अलावा जिन दुकानों के बाहर पावर हाउस से एसीसी चौक के बीच सीसीटीवी कैमरा लगा है, उसे भी खंगाला जा रहा है। व्यापारी उधर से गुजरा होगा तो सीसीटीवी में दिखेगा।
लूट के शिकार व्यापारी ने पुलिस को बताया कि वह सब्जी का थोक व्यापार करता है। किसानों के खेत से सब्जी खरीदकर पिकअप वाहन में भरवाकर रायपुर, महासमुंद, बागबहरा, ओडिशा, मलकानगिरी, टिटलागढ़, केसिंगा, भवानी पटना के मंडी में भिजवाता है। उसके पास दो पिकअप वाहन है। वाहन चालक सब्जी लेकर जाते हैं और वापसी में बिक्री की रकम लेकर छोड़ जाते हैं।
रविवार को वाहन चालक रवि यादव ओडिशा गया था। वह सोमवार को वापस दुर्ग आया। उसे मंडी से फिर सब्जी भरकर जाते समय फोन करने के लिए बोला था। सब्जी भरकर बिक्री की रकम देने के लिए शाम करीब 7 बजे फोन किया तब खुर्सीपार के पास आने के लिए कहा। व्यापारी स्कूटर से खुर्सीपार पहुंचा। कुछ देर बाद सामने से आ रहे पिकअप वाहन को हाथ से इशारा करके खुर्सीपार के पास रूकवाया। चालक ने सब्जी बिक्री की रकम 1.90 लाख थैला सहित दिया। व्यापारी ने उसे अपनी गाड़ी की डिक्की में रख लिया और चालक को ओडिशा के लिए रवाना किया।
पुलिस ने बताया कि ड्राइवर से रकम लेकर व्यापारी पावर हाउस आया। जहां चौक में कुछ देर रूका रहा। उसके बाद घर जाने के लिए छावनी चौक जामुल, एसीसी चौक, बोगदा पुलिया होकर जा रहा था। तभी यह हादसा हुआ। आशंका है कि व्यापारी का कोई पीछा कर रहा था। सुनसान जगह मिलने के साथ ही उसे रोक लिया। इसके बाद आराम से लूट की वारदात को अंजाम देकर निकल गए। जिस तरह की दोपहिया वाहन का व्यापारी जिक्रकर रहा है, उससे साफ है कि युवक गरीब तबके से नहीं है। महंगी बाइक से इस तरह की घटना को अंजाम देने के पीछे की वजह भी उनके पकड़े जाने के बाद ही साफ होगा।
मारपीट करने से पैर, पीठ, गाल में दर्द हो रहा था। तब व्यापारी ने लुटेरों के भागते ही तुरंत पुलिस की डायल 112 में फोन किया। वहां से जब रिस्पांस नहीं मिला। तब अपने चाचा शंकर साहू को बुलाया। चाचा के साथ जाकर थाना में शिकायत दर्ज करवाई। अब पुलिस मामला दर्ज कर सीसीटीवी वगैरह खंगाल रही है।
रास्ते में चलना राहगीरों का मुश्किल होता जा रहा है। युवक बाइक से आकर कभी अपने को पुलिस बताकर गहने लूट रहे हैं। कभी दबंगई दिखाकर मारपीट कर लाखों रुपए लूटकर भाग रहे हैं। इतना ही नहीं जिला में सूना मकान छोड़कर कुछ घंटों के लिए जाना भी मुश्किल हो गया है। आउटर कालोनी में रात 10 बजे के बाद युवकों का डिस्पोजल के साथ जगह-जगह बैठना और हंगामा करना आम होता जा रहा है। प्रज्ञा मेश्राम, एएसपी, ग्रामीण ने बताया कि प्रार्थी ने जिन स्थानों से गुजरना बताया है, उसको पहले तलाश रहे हैं। इसके बाद आरोपियों की तलाश की जाएगी। गश्त को और बेहतर किया जाएगा। इस मामले में पहले भी मातहत अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। पुलिस आरोपियों को जल्द पकड़ लेगी।