सेंट्रल आईटी की एक टीम ने शुक्रवार दोपहर करीब ढाई बजे सौम्या चौरसिया के आलीशान आवास में दबिश दी। त्रिपाठी के आवास में छापेमारी की चर्चा के बीच सौम्या के आवास में छापेमारी की सूचना ने खलबली मचा दी। सौम्या मुख्यमंत्री के विश्वसपात्र अधिकारियों में गिनी जाती हैं। इसी वजह से उनके आवास में छापे की कार्रवाई ने हड़कंप मचा दिया है। सौम्या के आवास में आईटी की टीम के पहुंचने के पहले ही वहां पुलिस तैनात हो गई थी। सीएसपी अजीत यादव, प्रवीण तिवारी, टीआई गोपाल वैश्य व बृजेश कुशवाहा दलबल के साथ मौजूद थे। शनिवार सुबह फिर से आईटी टीम दलबल के साथ सीएम के निज सचिव सौम्या चौरसिया के घर पहुंची है। लेकिन अभी तक उनके घर का ताला नहीं खोला नहीं गया है। पिछले 18 घंटे से टीम घर के बाहर बैठी है।
आईटी के अधिकारी सौम्या के आवास के मुख्य गेट से अंदर तो पहुंच गए पर उनको बरामदे में ही रूकना पड़ा। आवास के अंदर कमरों में नहीं जा सके। अंदर से दरवाजा बंद था। वहां ताला लगा हुआ था। घर पर सौम्या के परिवार का कोई सदस्य नहीं है पर एक शख्स मौजूद है, जो दरवाजा नहीं खोल रहा है। वह अंदर से ताला बंदकर रह रहा है। जांच टीम के अधिकारियों ने आवास का मुआयना किया।
दरवाजा नहीं खोलने पर आईटी की टीम ने ताला चाबी बनाने वाले को बुलाया। सुपेला बाजार से एक ताला चाबी बनाने वाला आसिफ खान पहुंचा तब तक वहां भीड़ लग गई थी। आसिफ ने प्रयास किया पर ताला नहीं खोल सका तब उसे वापस भेज दिया गया। उसके बाद टीम के सभी अधिकारी वहीं बैठ गए। टीम में करीब 15 अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। इस बीच अधिकारियों ने दोपहर का खाना तृप्ति होटल से मंगाकर वहीं खाया। पूरी टीम दारवाजा खोलने का इंतजार करते बैठी है। टीम पैरामिलिट्री जवानों की सुरक्षा में पहुंची है। बाहर पुलिस बल भी तैनात है। रात को गद्दा-तकिया मंगवाकर बरामदे में ही रहे।
नेहरू नगर में विजय भाटिया के निवास में आईटी की टीम ने देर रात को दबिश दी। टीम के साथ पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी हैं। भाटिया के घर के बाहर भी पुलिस बल तैनात किया गया है। विजय भाटिया सीडी कांड के समय चर्चा में आए थे। भाटिया सीएम के करीबी लोगों में से हंै। सीडी कांड में उन्होंने मुख्यमंत्री की तरफ से गवाही भी दी थी। भाटिया के निवास से जांच में क्या मिला, यह पता नहीं चला है पर देर रात तक जांच टीम के अधिकारी बाहर नहीं आए थे।
आईटी की टीम को जांच में मिले इन डायरियों में इन्ही वाहनों का ब्यौरा दर्ज है। कई अधिकारियों के नंबर व उनके हिसाब किताब का भी उल्लेख है। ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े कई कारोबारियों का नाम भी इन डायरियों में दर्ज है। जांच अधिकारियों को इसमें बड़ा घोटाले का शक है। हालांकि जांच में जुटे अधिकारियों ने अधिकृत तौर पर कुछ भी कहने से मान कर दिया पर मिली 13 डायरियों की जांच बारीकी से की जा रही है। त्रिपाठी के निवास में गुरुवार सुबह 8 बजे से छापे की कार्रवाई चल रही है। यहां करीब 5 अफसर लगातार दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं। गुरुवार सुबह 8 बजे से शुक्रवार की रात के बीच जांच टीम की एक महिला अधिकारी ही दो बैग लेकर बाहर निकली है।
बाकी अधिकारी अंदर ही जांच पड़ताल कर रहे हैं।