25 बेड का इंतजाम
समाज के इस भवन में करीब 25 बेड लगाए गए हैं, जिसे अलग-अलग 5 से 6 कमरों में रखा गया है। वहीं ऑक्सीजन भी लाया जा चुका है। रिसाली क्षेत्र के स्लम एरिया में रहने वाले लोगों को अब तक दूसरे निगम क्षेत्र में बने आइसोलेशन सेंटर या कोविड केयर सेंटर में भेजना पड़ रहा है। नई व्यवस्था हो जाने के बाद उनका रिसाली निगम क्षेत्र में ही उपचार हो जाएगा।
ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मशीन खरीदा पर अब तक नहीं हुआ उपयोग
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के विधानसभा क्षेत्र में नगर पालिक निगम, रिसाली इस आइसोलेशन सेंटर को तैयार कर रही है। यहां ऑक्सीजन बेड के साथ-साथ ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर दोनों की व्यवस्था की गई है। नगर निगम ने ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर को उस वक्त खरीदा जब जिला में कोरोना पीक पर था। यह मशीन अप्रैल में खरीदी गई और अब तक उपयोग नहीं किया गया है। ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर बिजली से काम करती है। निगम के अधिकारियों ने बताया कि मशीन खरीदी गई है। जिससे मरीजों को ऑक्सीजन से संबंधित दिक्कत न हो। इस वक्त जिला में एक हजार के आस-पास मरीज मिल रहे हैं। तब इस आइसोलेशन को शुरू कर देने की जरूरत है। पिछले दस दिनों से यहां व्यवस्था को बेहतर करने में टीम जुटी हुई है।
लगाए गए नए कूलर
नगर पालिक निगम, रिसाली ने करीब पांच से अधिक नए कूलर यहां भवन में लगवा दिए हैं। कमरे के भीतर बेड, गद्दा, चादर व ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है। कोरोना के मरीज जिनको सिर्फ सांस लेने में तकलीफ है, उनको पहले यहां चिकित्सकों की नजर में रखा जा सकता है। तबीयत अधिक बिगडऩे पर अस्पताल में शिफ्ट किया जा सकता है। मरीज को सीधे अस्पताल में लेकर जाने से वहां दबाव बढ़ रहा है। आइसोलेशन सेंटर कब तक शुरू हो जाएगा। इस सवाल पर नोडल अधिकारी रमाकांत साहू का कहना है कि नगर पालिक निगम, आयुक्त ही बेहतर बता सकते हैं।