राजनांदगांव जिले में चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कई कार्रवाई हुई है। पुलिस ने कई कंपनियों के झांसे में आए लोगों को चंगुल से बचाया है लेकिन लोगों को उनकी राशि वापस नहीं मिल पाई है। आईजी सिंह ने 420 भादवि के प्रकरणों में विशेषकर चिट-फण्ड जैसे प्रकरणों पर विशेष सक्रियता बरतने कहा है।
मौजूदा दौर में सायबर अपराध की प्रवृत्ति बढ़ रही है। वर्तमान परिदृश्य में प्राय: प्रत्येक अपराध से संबंधित साइबर संबंधी साक्ष्य उपलब्ध होते हैं जो प्रकरण की विवेचना के लिये आवश्यक है। इसके लिए निर्देश जारी किया गया है कि जिले में समय-समय पर सायबर प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किया जाए ताकि सायबर संबंधी अपराधों का निराकरण में तेजी आ सके।
आईजी के निर्देश के बाद पुलिस अब जिलेभर में संचालित विभिन्न वाट्सएप्प ग्रुप की सूची तैयार करेगी। इस माध्यम से सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक रूप से आक्रोश फैलाने वाले संदेशों पर नजर रखा जाएगा ताकि इन वजहों से कानून व्यवस्था प्रभावित होने की स्थिति निर्मित पर नजर रखी जा सके। यहां अभी इस दिशा में काम शुरू होने की जानकारी नहीं मिली है लेकिन पता चला है कि पुलिस का खुफिया विभाग पहले से ऐसे काम में लगी हुई है। एक अनुमान के अनुसार जिले भर में 5 हजार से ज्यादा ग्रुप चल रहे होंगे।