सुपेला थाना सिविल टीम के आरक्षक ध्रुवनारायण चंद्राकर और अजय सिंह पर आरोप है कि दोनों शनिवार को दोपहर 12 बजे शराब कोचिया जगदीश कुमार के कृष्णा सिटी स्थित निवास पहुंचे। वहां अपार्टमेंट के नीचे खड़ी कार में 40 पेटी शराब पकड़ा। पहले दोनों ने गाड़ी को थाना लेकर चलने की बात कही। इस पर जगदीश ने कुछ लेन-देन कर छोडऩे को कहा। जगदीश और दोनों आरक्षकों के बीच 2 लाख रुपए में सौदा हुआ। जगदीश ने तत्काल 1 लाख 65 हजार रुपए की व्यवस्था की। शेष 35 हजार रुपए 5 दिन में देने की बात बोलकर वहां से चले गए।
रविवार को सुबह वाट्सऐप ग्रुप स्टील सिटी के मोबाइल नम्बर 9131014728 से ऑडियो वायरल हुआ। कुछ ही देर बाद पोस्ट को ग्रुप से डिलीट भी कर दिया। जब उस व्यक्ति से ऑडियो के बारे में जानकारी मांगी तो उसने कहा कि गलती से पोस्ट हो गया। उसने ऑडियो के संबंध में एक अन्य व्यक्ति से बात करने की सलाह दी। उक्त ग्रुप में सभी पुलिस अधिकारी भी जुड़े है। पोस्ट करने के बाद डिलीट कर देने सवालों के घेरे में है।
– आखिर कौन है शराब कोचिया जगदीश और किसके इशारे पर अवैध शराब सप्लाई कर रहा ?
– सिविल आरक्षकों का बैच नम्बर कोचिए को कौन बताया?
– ऑडियो में बाचीत करने वाला निक्कू व एक और शख्स कौन है?
– क्या सीसीटीवी फुटेज में 40 पेटी शराब से लोड गाड़ी नजर आई है?
– ऑडियो वायरल करने वाला शख्स कौन है?
– वायरल ऑडियो में आरक्षकों की बातचीत नहीं, फिर भी एसपी ने आनन-फानन में कार्रवाई क्यों की?
छत्तीसगढ़ में शराब बिक्री पूरी तरह सरकार के नियंत्रण में होने के बाद से यहां मध्यप्रदेश से लाकऱ बड़ी मात्रा में अवैध शराब की खपत की जा रही है। इसमें पुलिस अधिकारियों की भी मिलीभगत बताई जाती है। शराब तस्करी करने वाला यह बड़ा गिरोह है, जो इस तरह से चीजें वायरल कर पुलिस पर दबाव बना रहा?