थाना प्रभारी टीएस पटावी ने बताया कि 24 वर्षीय आशा मारकंडे पिता हीरालाल का शव उसके घर पर मिला। परिजन ने पुलिस को बताया है कि बिहार का रहने वाला संतोष सोनी मृतका का दोस्त था और दोनों पति-पत्नी की तरह रहते थे। मृतका आशा और संतोष दोनों नाचा पार्टी में काम करते थे। परिजन दोनों की शादी इस साल करने वाले थे। मृतका के भाई देवदास को संतोष सोनी ने 11 जनवरी की सुबह फोन पर बताया कि बीती रात को कुछ युवक घर पर जबरदस्ती घुस गए और आशा एवं मेरे साथ मारपीट की। फिर युवकों ने मुझे जबरदस्ती घर से भगा दिया।
मृतका के भाई देवदास ने तत्काल इसकी जानकारी पड़ोस में रहने वाली अपनी नानी को दी और घर जाकर देखने कहा। नानी मौके पर गई तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था और कोई आवाज भी नहीं आ रही थी। उसने पास के युवक को बुलाकर बाड़ी के अंदर जाकर दरवाजा खोलने को कहा। जब युवक ने दरवाजा खोला तो आशा पलंग पर पड़ी हुई थी। आवाज लगाने पर जवाब नहीं मिलने पर सूचना दोपहर 12.30 बजे थाने में दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने आशा को मृत हालत में पाया। मृतका के साथ रहने वाला संतोष घटना के बाद से फरार और मोबाइल बंद बता रहा है। पुलिस को उसके दोस्त पर संदेह है। कहीं उसी ने तो हत्या नहीं की है। फिलहाल फरार संदेही से पूछताछ के बाद मामले का खुलासा हो सकता है।
गुंडरदेही. पुलिस ने सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर लाखों की ठगी करने के दो आरोपी को धारा 420 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार नकुलराम साहू पिता दीनदयाल 55 वर्ष ग्राम देवरी के किसान ने उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शिकायत में किसान ने बताया कि ढाई साल पहले अगस्त 2017 में आरोपी ने उसके बेटे और बेटी को वन और शिक्षा विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर 11 लाख 50 हजार रुपए लिए थे। रुपए लेने के बाद दोनों की नौकरी नहीं लगी। पुलिस ने दोनों आरोपियों मार्री बंगला निवासी शब्बीर खान पिता अकरम 32 साल और भाजपा युवा मोर्चा महामंत्री सुभाष चंद्राकर पिता घनश्याम 40 साल निवासी बघमरा गुंडरदेही को न्यायालय में पेश किया जहां से जेल भेज दिया है। उनके एक अन्य फरार साथी की पुलिस तलाश कर रही है।
पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपीगण नकुल साहू के साथ समझौता कर चेक देकर मामले को रफादफा का प्रयास किया था। किंतु सुभाष और शब्बीर ने जो चेक दिए थे वह बाउंस हो गया। चेक बाउंस (धारा 138) का मामला न्यायालय में लंबित है।