निगम ने निरीक्षण के पूर्व शौचालयों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड के आधार पर शौचालयों में महिलाओं की विशेष समस्या को देखते हुए वेंडिंग मशीन, एंसीनटर, एयर फ्रेशनर, एग्जास्ट फेन, सजावटी फूल पौधे, तौलिया, साबुन, मग्गा, बाल्टी, दिव्यांगों के लिए रैंप, क्लीनर, दर्पण, आदि सुविधा सहित सम्पूर्ण तैयारी की गई थी।
जांच दल ने मौका मुआयना कर 11 शौचालय को अनुकरणीय एवं 2 को उत्कृष्ट श्रेणी में रखकर ओडीएफ प्लस प्लस घोषित किया है। भिलाई शहर को ओडीएफ प्लस प्लस घोषित होने में शहर की जागरूक जनता, नगर निगम भिलाई एवं बीएसपी प्रबंधन की टीम का संयुक्त रूप से कार्य करने का नतीजा प्राप्त हुआ है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में पूरे देश में भिलाई को नंबर वन बनाने के लिए भी निगम प्रशासन की शहरवासियों से अपील की है।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के लिए भारत सरकार ने देश के विभिन्न शहरों के निकायों में स्वच्छता प्रतियोगिता आयोजित की है। स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए 6000 अंक का लक्ष्य दिया गया है जिसमें से ओडीएफ प्लस प्लस होने के बाद निगम भिलाई ने 500 अंक अभी से अर्जित कर लिए हैं। 6000 अंक में 1100 अंक स्टार रेटिंग के लिए है जिसमें नाली में जाली, सफाई कार्य, सिटीजन फीडबैक, बल्क वेज जनरेटर, पार्क कंपोस्टिंग, वॉल पेंटिंग, जीवीपी पॉइंट एवं शहर सौंदर्यीकरण सम्मिलित हैं। वाटर प्लस एवं ओडीएफ मिलाकर 700 अंक निर्धारित है। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन, एसएलआरएम सेंटर, कचरा सेग्रीगेशन, सैनिटेशन, एमआईएस इंट्री, डॉक्यूमेंट तैयार करना, डंप साइट का निष्पादन एवं कम्युनिटी टॉयलेट, पब्लिक टॉयलेट से संबंधित कार्य पर 2400 अंक निर्धारित हैं। 1800 अंक लोगों के फीडबैक पर निर्धारित किया गया है।
भारत सरकार द्वारा अक्टूबर 2014 से प्रारंभ किए गए स्वच्छ भारत मिशन के तहत आयोजित स्वच्छता प्रतियोगिता में भिलाई निगम प्रतिभागी रहकर देश में अपना अहम स्थान बनाता रहा है। खुले में शौच मुक्त के लिए भिलाई ने वर्ष 2014-15 से निजी शौचालय निर्माण का कार्य प्रारंभ किया था। उस दौरान तकरीबन 17929 निजी शौचालय तैयार किए गए। वर्ष 2017 में पहली बार भिलाई निगम ओडीएफ घोषित हुआ। जुलाई 2018 में पुन: ओडीएफ का दर्जा प्राप्त हुआ। 26 दिसंबर 2018 में पहली बार ओडीएफ प्लस-प्लस हासिल हुआ। दूसरी बार 25 नवंबर 2019 को ओडीएफ प्लस प्लस मिला। अब तीसरी बार फिर भिलाई निगम ओडीएफ प्लस प्लस घोषित हुआ है।
निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी के नेतृत्व में निगम की टीम ने काम किया। उपायुक्त अशोक द्विवेदी एवं तरुण पाल लहरें और स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा सहित निगम के समस्त जोन आयुक्त एवं अधिकारी व कर्मचारी ओडीएफ प्लस-प्लस हासिल करने लगातार फील्ड में रहकर प्रयास किए। इसके साथ ही पीएमयू हरीश ठाकुर, पीआईयू अभिनव ठोकने एवं शुभम पाटनी का विशेष योगदान रहा।