अस्थाई ऋण की स्वीकृति
मूलवेतन व महंगाई भत्ते का ६ गुना या स्वयं का योगदान या आवेदित राशि जो भी कम हो,
मूल राशि की वसूली के लिए किस्तों की अधिकतम संख्या ४८ महीने व ब्याज की राशि के लिए ४ महीने होगी
ब्याज की वसूली मूल राशि की वसूली के बाद होगी,
ब्याज की दर बची हुई राशि पर ११ फीसदी होगी।
अस्थाई ऋण की स्वीकृति निम्नानुसार सीमित होगी :-
मूलवेतन व महंगाई भत्ता का 12 गुना या स्वयं का योगदान, आवेदित राशि जो भी कम हो
मूल व ब्याज की राशि की वसूली के लिए किस्तों की अधिकतम संख्या ६० महीने होगी
ब्याज की वसूली मूल राशि के साथ प्रतिमाह होगी
ब्याज की दर बची हुई राशि पर १० फीसदी होगी।
बीएसपी कर्मचारी करीब ५ करोड़ रुपए हर माह ईपीएफओ से अस्थाई लोन लेते हैं। बीएसपी कर्मियों के बेसिक व डीए का 6 गुना रुपए कर्मियों को अब तक दिया जा रहा था। अब उनको 12 गुना राशि दी जाएगी। बीएसपी का हर दूसरा कर्मचारी यह राशि लेता ही है। इस राशि के सहारे वे अपने बड़े-बड़े काम निपटा लेते हैं। बीएसपी के संबंधित विभाग में हर माह करीब ३०० कर्मचारी अस्थाई ऋण ईपीएफओ से लेने आवेदन करते हैं। इनको लोन प्रक्रिया पूरी करने के बाद दे दिया जाता है। संयंत्र कर्मी चाहते थे, कि अस्थाई ऋण में बढ़ोतरी हो जाए। जिससे उनको कर्ज के लिए दूसरों के पास हाथ फैलाना न पड़े।
शेख महसूमद ट्रस्टी सीपीएफ ट्रस्ट, बीएसपी ने बताया कि बीएसपी कर्मियों को भी अब बेसिक प्लस डीए का ईपीएफओ पर 12 गुना अस्थाई लोन मिलेगा। इसको लेकर सर्कुलर मंगलवार को जारी कर दिया गया है। पूर्व में अस्थाई ऋण पर ११ फीसदी ब्याज लिया जा रहा था, जिसे घटाकर 10 फीसदी कर दिया गया है।