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भिलाई

इस अस्पताल में होती थी स्मार्ट कार्ड से रकम निकालने के बाद मरीजों से नगद वसूली, ऐसे हुआ बड़ी गड़बड़ी का भंडाफोड़

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) में गड़बड़ी के मामले में जिला पंचायत की अनुशंसा के बाद भी जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं हुई।

भिलाईFeb 22, 2020 / 02:54 pm

Dakshi Sahu

इस अस्पताल में होती थी स्मार्ट कार्ड से रकम निकालने के बाद मरीजों से नगद वसूली, ऐसे हुआ बड़ी गड़बड़ी का भंडाफोड़

इस अस्पताल में होती थी स्मार्ट कार्ड से रकम निकालने के बाद मरीजों से नगद वसूली, ऐसे हुआ बड़ी गड़बड़ी का भंडाफोड़

दुर्ग. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ी के मामले में जिला पंचायत की अनुशंसा के बाद भी जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं हुई। इस पर मामले की शिकायत अब लोक आयोग में की गई है। मामला भिलाई तीन के सन साइन मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पीटल से जुड़ा है। अस्पताल प्रबंधन पर योजना के तहत मुफ्त इलाज के नाम पर स्मार्ट कार्ड से रुपए निकालने के बाद मरीजों से नगद रकम भी वसूलने का आरोप है।
शिकायत के मुताबिक सन साइन मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पीटल भिलाई आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत हितग्राहियों के मुफ्त इलाज के लिए पंजीकृत है, लेकिन इसकी आड़ में मरीजों को भर्ती कर नियम विरूद्ध स्मार्ट कार्ड से राशि क्लेम करने के बाद नगद राशि भी वसूल किया जा रहा था। अस्पताल प्रबंधन नगद राशि वसूल कर संबंधितों को रसीद भी नहीं देता था। शिकायत में कई अन्य मरीजों द्वारा भी इसी तरह की वसूली की शिकायत किएजाने की जानकारी दी गई है।
अस्पताल के खिलाफ यह शिकायत
शंकर नगर राजनांदगांव की शिवकुमारी देशमुख की ओर से युकां नेता अखिलेश जोशी ने मामले की शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके मुताबिक पीडि़त ने अपने पति श्यामू को 9 सितंबर को अस्पताल में दाखिल कराया था। इस दौरान अस्पताल प्रबंधन ने उसका स्मार्ट कार्ड जमा कराया लिया और इसके बाद 5 हजार नगद ले लिए। अस्पताल से डिस्चार्ज के दौरान टेस्ट व दवाई के नाम पर 30 हजार 70 रुपएअलग से ले लिए। बिना पैसे दिए मरीज को छोड़ा नहीं गया।
जिपं की बैठक में भी उठा मामला
अस्पताल द्वारा स्मार्ट कार्ड से राशि निकालने के बाद भी मरीजों से नगद वसूली का मामला जिला पंचायत की बैठक में भी उठा था। इसके बाद जांच दल बनाई गई, लेकिन कार्रवाई आगे नही बढ़ रही थी। इस पर जिला पंचायत सदस्य जयंत देशमुख ने सीएमएचओ के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी भी दी थी।
सीएमएचओ की जांच में इन गड़बडिय़ों की पुष्टि
0 मरीज श्यामू देशमुख ने अस्पताल में निमोनियों की शिकायत पर भर्ती होकर इलाज कराया। इलाज के एवज में अस्पताल प्रबंधन द्वारा श्यामू के प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के कार्ड से ऑनलाइन राशि क्लेम किया गया। इसके बाद नि:शुल्क इलाज किया जाना था, लेकिन प्रबंधन ने श्यामू से 35 हजार 70 रुपएनगद वसूल लिए।

0 प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की हितग्राही बैशाखिन बाई पति रोहित कुमार साहू ने भी अस्पताल में भर्तीहोकर इलाज कराया। इलाज के एवज में बैशाखिन बाई के पीएमजेएवाई आईडी से आनलाइन क्लेम कर राशिनिकाली गई, लेकिन बाद में छुट्टी करने के दौरान बैशाखिन से 6 2 हजार नगद वसूल लिया गया।
संचालक कार्यालय में अटकी फाइल
शिकायत पर सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह द्वारा मामले की जांच कराई गई। इसमें पीडि़तों से स्मार्ट कार्ड के साथ नगदी रकम वसूली की पुष्टि हुई है। विस्तृत जांच रिपोर्ट कार्रवाई की अनुशंसा के साथ संचालक स्वास्थ्य सेवाएं को भेज दी गई। रिपोर्ट में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा की गईथी, लेकिन संचालक कार्यालय में मामला आगे नहीं बढ़ा। पूर्व जिपं सदस्य व युकां नेता दुर्ग जयंत देशमुख ने बताया कि गड़बड़ी की पुष्टि के बाद भी लगातार अस्पताल प्रबंधन को बचाने का प्रयास किया जाता रहा है। जिला पंचायत में मामला उठने के बाद भी कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी। लिहाजा मामले की शिकायत लोक आयोग में की गई है। सीएम से भी अलग से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की जाएगी।
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