भूपेश बघेल पर कांग्रेस हाईकमान ने छत्तीसगढ़ के अन्य नेताओं से अलग छवि, जुझारु प्रवृत्ति, संगठन को सक्रिय करने, लंबे राजनीतिक अनुभव और प्रशासनिक क्षमता प्रमुख है। जोगी से विरोध का साहस और माद्दा दिखाया
@Patrika.नवोदित छत्तीसगढ़ राज्य ने पूर्व मुख्यमंत्री और आईपीएस अधिकारी रहे अजीत जोगी के राजनीतिक कद और दिल्ली हाईकमान सहित गांधी परिवार की नजदीकियों को देखते हुए यहां के कद्दावर कांग्रेसी भी बौने लगते थे। ऐसे में जोगी की पार्टी के भीतर कथित तानाशाही से टकराने का साहस सबसे पहले भूपेश ने ही दिखाया था। भूपेश को कांग्रेस के अधिकतर नेता पीछे से सपोर्ट करते रहे। जोगी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने में सबसे अहम भूमिका भूपेश की ही थी।
@Patrika.15 साल से राज्य की सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी की ओर से नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के दमदार नेता उपकृत होते रहे हैं। एक समय ऐसा आया कि नेता प्रतिपक्ष को 14 वे मंत्री की पदवी देने से भी कांग्रेसी नहीं हिचक रहे थे। भूपेश के विधान सभा में उप नेता और फिर प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद सरकार के खिलाफ न सिर्फ मुखर रहे बल्कि नाक में भी दम कर दिया था। हालाकि इसका व्यक्गित नुकसान उन्हें झेलना पड़ा। सीडी कांड के पहले सरकार की ओर से सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा के निहायत ही निजी मामले में राजनीति में खींचकर कोर्ट कचहरी तक घसीट दिए थे। इसके बाद भी वे सरकार के खिलाफ अकेले खड़े रहे।