मूल्यांकन के दौरान सबसे ज्यादा कम शिक्षक 12 वीं में पहुंच रहे हैं। गुरुवार तक हालात यह थे कि विशेष हिन्दी सामान्य हिन्दी, संस्कृत,इतिहास, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र के शिक्षक नहीं मिले तो एकाउंट और एग्रीकल्चर में भी शिक्षक नहीं मिल रहे। हालात यह है कि कृषि संकाय के एक विषय में मात्र 1 शिक्षक ही मूल्यांकन के लिए पहुंचा है जिसने अब तक 21 कॉपी ही चेक हो पाई है।
दसवीं में भी अब तक तीन विषय की उत्तर पुस्तिका के बंडल नहीं खुले हैं। इसमें सामान्य अंग्रेजी, समान्य हिन्दी और स्पेशल हिन्दी विषय शामिल है। सामान्य हिन्दी की 16 हजार 318 कॉपियां आई है जकि सामान्य हिन्दी की 3 हजार 56 और स्पेशल इंग्लिश की 2441 कॉपियां चेक होने आई है।
मूल्यांकन कार्य में अब तक सबसे ज्यादा शिक्षक दसवीं के विशिष्ठ हिन्दी को चेक करने पहुंचे हैं। इन शि7को ंकी संख्या 43 है जबकि संस्कृत के लिए 35, गणित के लिए 35, विज्ञान के लिए 30 और सामाजिक विज्ञान के लिए 36 शिक्षक आए हैं। बारहवीं में यह आंकड़ा थोड़ा अग है। यहां सबसे ज्यादा 38 शिक्षक सामान्य अंग्रेजी विषय को चेक करने पहुंचे हैं। वहीं 34 शिक्षक वाणिज्य के मूल तत्व विषय की उत्तर पुस्तिका जांच रहे हैं। 24 शक्षक भौतिकी और 15 जीव विज्ञान की कॉपी चेक कर रहे हैं। सबसे कम स्पेशल इंग्लिश को चेक करने वाले मात्र 3 शिक्षक ही हैं।