बीएसपी के भीतर व बाहर भारी वाहन बेतरतीब खड़े रहते हैं। इसको लेकर हर यूनियन लगातार शिकायत भी कर रही है, बावजूद इसके परिणाम संयंत्र के भीतर व बाहर सड़क हादसे हैं।
चंद दिनों पहले सीटू की सहायक महासचिव सविता मालवीय ने भारी वाहनों को ड्यूटी आने जाने वाले प्रतिबंधित समय में सड़क पर देखा, तो पहले प्रबंधन व बाद में सीआईएसएफ से शिकायत की। इस पर सीआईएसएफ के अधिकारियों ने मेनगेट के बाहर के वाहनों पर कार्रवाई करने में असमर्थता व्यक्त की। वे तर्क दे रहे दे कि उनका कार्यक्षेत्र संयंत्र परिधि के अंदर है। बाहर किसी भी तरह का हस्तक्षेप करना उनके लिए संभव नहीं है।
कर्मियों से शिकायत मिलने पर सीटू के अध्यक्ष एसपी डे ने उप महाप्रबंधक (सुरक्षा) वीके श्रीवास्तव, महाप्रबंधक (सुरक्षा) सुरेंद्र सिंह, अधिशासी निदेशक (कार्मिक व प्रशासनिक) केके सिंह को सूचना दी, लेकिन किसी भी अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं किया और संयंत्र के बाहर का मामला कहकर अपना पल्ला झाडऩे की कोशिश की।
सविता मालवीय ने आईआर विभाग को सूचना दिया तो आईआर विभाग से उप प्रबंधक जगदीश प्रसाद, प्रकाश बंसोड पहुंचे। इसके बाद सविता ने भट्ठी थाना प्रभारी प्रमिला से इसकी शिकायत की। उन्होंने तुरंत सहायक उप निरीक्षक रामचंद्र कवर, कांस्टेबल लक्ष्मी नारायण, रामेश्वर यदु को मौके पर भेजा। इस तरह संयंत्र के भीतर व बाहर प्रबंधन इन व्यवस्थाओं को देखकर आंख बंद कर लेता है और श्रमिक जूझते रहते हैं।