पूरे शहर पर 200 पाइंट
प्रदेश में भिलाई पहला शहर है, जहां व्यापारियों के सहयोग से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। कैमरे की क्षमता और गुणवत्ता पर पुलिस अधिकारी खास ध्यान देते हैं, जिससे सभी मौसम में यह कैमरा टिक पाएं। इसकी क्वालिटी व मापदण्ड और बेहतर होना चाहिए। पुलिस के मुताबिक पूरे शहर की चौकसी करने और हर संदिग्ध व्यक्ति पर नजर रखने करीब 200 पाइंट पर कैमरे लगाने है।
दूर की पिक्चर आए साफ
सीसीटीवी कैमरे की हाई रेजुलेशन नहीं होने से कंट्रोल पैनल में पिक्चर साफ नहीं आती। इससे किसी को पहचान पाने में दिक्कत होती है। पुलिस अक्सर आरोपियों को स्क्रीन के किसी भी कोने में रहे पास लाकर देखना चाहती है। पिक्चर साफ नहीं रहेगी तो उसे बड़ी कर देखने की कोशिश करने पर फट जाती है।
पटरीपार के ४५ चौक-चौराहों को किए हैं चिहिंत
शहर में बढ़ती हत्या, लूट व अन्य अपराधिक गतिविधियों से निपटने के लिए पुलिस ने ४५ चौक-चौराहों को चिहिंत किया। सीसीटीवी कैमरे लगाया गया। वहीं टाउनशिप अब तक इस सुविधा से वंचित है। तब पुलिस अफसरों ने टाउनशिप के चौक में सुरक्षा के लिहाज से कैमरे लगाने के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन को आगे आने कहा।
तात्कालीन आईजी ने की थी पहल
भिलाई के उद्यमियों के प्रतिनिधि मंडल ने तात्कालीन आईजी प्रदीप गुप्ता से मिलकर अगस्त २०१५ में शहर में हो रही लूट की वारदात को लेकर चिंता जताया था। इस दौरान ही आईजी ने उनसे शहर में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए सीसीटीवी लगाने को लेकर चर्चा की थी। उद्यमियों ने सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए पुलिस के हाथ को मजबूत करने की ठानी और अलग-अलग चौक में सीसीटीवी कैमरा लगाने का प्रस्ताव रखा। इसके बाद ही पहला कैमरा ट्रेजर मॉल के सामने लगाया गया था।
13 चौक पर लगने के बाद थम गया काम
सबसे पहले सीसीटीवी कैमरा पावर हाउस चौक, छावनी चौक, एसीसी चौक, नेहरू नगर चौक, सुपेला चौक, आवंती बाई चौक जैसे स्थानों पर लगने के बाद थम गया। इसमें बड़ी दिक्कत मेंटनेंस को लेकर आ रही है।
बीएसपी को लिखा पत्र
पुलिस ने टाउनशिप में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए यहां के चौक-चौराहों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाने की जरूरत बताया है। इस संबंध में उन्होंने बीएसपी प्रबंधन को पत्र भी लिखा है। पुलिस अधिकारी चाहते हैं कि टाउनशिप स्थित तीनों प्रमुख मार्ग गैरेज रोड, सेंट्रल एवेन्यू, फोरेस्ट एवेन्यू के साथ-साथ मार्केट के प्रमुख चौक में सीसीटीवी कैमरा लगाया जाए। इससे टाउनशिप में रहने वाले बीएसपी कर्मचारी और उनके परिवार सुरक्षित महसूस करेंगे।
पांच साल पहले हुई थी बीएसपी प्रबंधन से चर्चा
राजेश अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक, (तात्कालीन एएसपी, शहर) ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे लगवाने को लेकर बीएसपी को 2016 में ही पत्र लिखा गया था। तब उन्होंने उच्च स्तर से मंजूरी मिलते ही एजेंसी से सीसीटीवी कैमरा लगवाने की बात कही थी। इसका कंट्रोल ग्लोब चौक के पास पुलिस कंट्रोल रूम के समीप से ही करने की योजना थी। कैमरा लग जाने से अपराधियों पर नजर रखना आसान हो जाता है। आज के समय में यह जरूरी भी है।