जिला स्वास्थ्य विभाग ने अब अन्य राज्य से आने वालों की जानकारी के लिए मितानिन, स्वास्थ्य विभाग, सचिव व आंगनाबाड़ी कार्यकर्ताओं की भी सर्वे के लिए ड्यूटी लगा दी है। गांव में मुनादी कराकर स्पष्ट निर्देश दे रहे हैं कि अन्य राज्य से को भी व्यक्ति आए तो इसकी जानकारी छुपाए नहीं बल्कि बताएं और स्वास्थ्य की जांच कराए। ऐसा नहीं करने से और लोगों तक कोरोना वायरस फैलेगा, जिससे हालात और बुरे हो जाएंगे। हालात काबू में करने के लिए ही लॉकडाउन किया गया है।
राज्य सरकार ने विदेश या फिर अन्य राज्यों से अपने घर लोगों को 14 दिनों के बजाय अब 28 दिनों तक घरों में यानी होम आइसोलेशन में रखने का आदेश दिया है। इसलिए ही स्वास्थ्य विभाग की टीम शहर सहित गांवों में जाकर सर्वे कर रही है। जिन्हे 14 दिन विशेष निगरानी में रखा गया है, उसे अब 28 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है।
41 लोग विदेश यात्रा से लौटे
स्वा स्थ्य विभाग के मुताबिक जिले में स्थिति नियंत्रण में है। यहां पर कोई कोरोना का पॉजीटिव मरीज नहीं मिला है। जो अच्छी खबर है। शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में लॉकडाउन का पालन हो रहा है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में थोड़ी और जागरुकता की जरूरत है। बालोद जिले में 41 विदेश यात्री हैं। साथ ही 2,600 अन्य राज्य से आए व्यक्ति है। सभी 2,600 लोगों व दर्जनभर से अधिक विदेश यात्रियों को 28 दिनों के लिए होम आइसोलेशन में रखा गया है।
महामारी नियंत्रण अधिकारी वीरेंद्र गंजीर ने बताया कि कोरोना को लोग माजाक न समझें बल्कि गंभीरता से लें। कोरोना से बचाव के लिए लोग शासन के दिशा निर्देशों का प्लान करें। घरों पर ही रहें। घरों में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। वर्तमान समय मे लोगों का घरों में ही रहना भलाई है। अगर बाहर राज्य से कोई घर आए तो इसकी सूचना तत्काल स्वास्थ्य विभाग को दें।
पुलिस ने अब कोरोना के मामले में लापरवाही बरत रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। एएसपी डीआर पोर्ते ने कहा कि विदेश हो चाहे अन्य राज्य से हो, अगर बिना सूचना दिए घरों में हैं तो तत्काल इसकी जानकारी पुलिस व स्वास्थ्य विभाग को बता दें। नहीं तो सीधे धारा 269, 270 के तहत कार्रवाई की जाएगी। भूलकर भी कोरोना के प्रति लापरवाही न बरतें, सचेत रहें और लॉकडाउन में सहयोग करें।